आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। जनपद में भैयादूज की पूजा हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस मौके पर बहनों ने भाईयों के लम्बी उम्र की कामना की।
भैयादूज का त्योहार शहर से लेकर गांव में भी धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर बहनों ने पूजा स्थल पर पहुंचकर विधिविधान पूर्वक पूजा अर्चना की व भाई के लम्बी उम्र की कामना की। शहर के काली चौरा मंदिर पर भैयादूज का त्यौहार मनाया गया वहां मोहल्ले की महिलाएं एकत्रित होकर पूजा अर्चना की।
लालगंज प्रतिनिधि के अनुसार, देवगांव, गोसाईगंज, निहोरगंज आदि स्थानों पर भाईयों की लम्बी आयु के लिए गोवर्धन की पूजा की गयी।
महिलाओं द्वारा सुदूर सिवान में तमाम प्रकार की वनस्पतियों को ले जाकर गाय के गोबर से गोवर्धन भगवान की मूर्ति बनाकर पूजा की गई। सुबह झुंड में महिलाएं घरों से दूर सिवान में जाकर तमाम प्रकार की सामग्री लेकर पूजन अर्चन कीं। गोवर्धन पूजा कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को मनाई जाती है। हर साल दिवाली के अगले दिन गोवर्धन पूजा की जाती है। लेकिन इस साल ऐसा नहीं हुआ। दर असल साल का दूसरा व आखिरी सूर्यग्रहण दिवाली के अगले दिन यानी 25 अक्टूबर को लगने के कारण दिवाली और गोवर्धन पूजा में एक दिन का अंतर आ रहा था। इस साल गोवर्धन पूजा 26 अक्टूबर बुधवार को की गई। इस दिन ही भाईदूज का त्योहार मनाया जाता है। गोवर्धन पूजा को देश के कुछ हिस्सों में अन्नकूट के नाम से भी जाना जाता है। इस पावन दिन भगवान श्रीकृष्ण, गोवर्धन पर्वत और गायों की पूजा- अर्चना की जाती है। गोवर्धन पूजा के दिन भगवान श्रीकृष्ण को 56 या 108 तरह के पकवानों का भोग भी लगाया जाता है।
रिपोर्ट-मकसूद आजमी/ज्ञानेन्द्र कुमार