आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। शारदीय नवरात्र के बाद दशहरे का आयोजन बुधवार को होगा। जनपद मुख्यालय सहित ग्रामीण अंचलों में जगह-जगह पूजा पंडाल बनाये गये हैं। मूर्तियों की स्थापना कर दर्शन के लिए पट खोल दिये गये हैं। पण्डालों को आकर्षक ढंग से रंग बिरंगी झालरों से सजाया गया है। जगह-जगह लगने वाले मेलों में तरह-तरह की दुकानें सज गयी हैं। दशहरे को लेकर खासा उत्साह है। खासकर बच्चों में काफी उत्साह देखा जा रहा है।
शारदीय नवरात्र के समापन के बाद दशहरे की तैयारी में जनपदवासी जुट गये हैं। जनपद के लगभग सभी पाण्डालों में स्थापित मूर्तियों को हवन पूजन के साथ दर्शनार्थियों के दर्शन के लिए खोल दिये गये हैं। शहर में जगह जगह झालरों से सजावट भी की गयी है। डिजिटल लाइटों का प्रयोग किया गया है। रात के समय झालरों की सजावट देखने के लिए लोग अपने अपने घरों से निकल रहे हैं। दलालघाट पर कलाकारों द्वारा मां दुर्गा की जीवंत प्रतिमा दर्शनार्थियों के लिए कौतुहल का विषय बनी हुयी है। जहां माता जी की आखें चारों तरफ घुम रही है जिसे देखने के लिए भारी संख्या में लोग इकट्ठा हो रहे हैं। इसके साथ ही पुरानी सब्जी मंडी के पास बनी झूले पर मूर्ति कौतूहल का विषय बनी हुयी है जिसे देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ इकट्ठा हो रही है। इसके साथ ही शंकर जी त्रिमूहानी, पुरानी कोतवाली, हर्रा की चुंगी, ब्रह्मस्थान, सिधारी, हरबंशपुर, नरौली आदि स्थानों पर आकर्षक मूर्तिया बनायी गयी हैं जिसे देखने के लिए दर्शनार्थियों की भारी इकट्ठा हो रही है। इसके साथ ही बाहर से आये दुकानदारों द्वारा अपनी अपनी दुकाने सजायी गयी है। कहीं खिलौने की दुकाने तो कही गुब्बारें की दुकाने लगाकर दुकानदार बैठे हुए हैं। इसके साथ ही जगह जगह जलेबी बनाने वाले दुकानदार अपनी-अपनी दुकानों को सजाये हुए हैं।
रिपोर्ट-चन्दर