पवई आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। पवई ब्लाक सभागार में जल जीवन मिशन राज्य पेयजल स्वच्छता मिशन के अंतर्गत दो दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इस दौरान हर घर नल योजना के जल सखियों को प्रशिक्षित किया गया।
ग्राम पंचायतों में जल प्रबंधन समिति बनने के बाद हर गांव पांच पांच महिलाओं द्वारा हर घरों के हैंडपंप के पानी की जांच करेंगी। इसी परिप्रेक्ष्य में मास्टर ट्रेनर बविता गौतम एवं राम अजोर यादव के द्वारा पानी समिति की महिलाओं को 10 प्रकार की जांच के बारे में दो दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि शुद्ध पेयजल से ही तमाम तरह की बीमारियों से बचा जा सकता है। नल का पानी अच्छी तरह से उबाल लें, जिससे जैविक प्रदूषण फैलाने वाले जीवाणु नष्ट हो जाएंगे। पानी को छानकर ढक कर ठंडा कर ले, इसके बाद इस जल का प्रयोग करें। 10 लीटर पानी में 500 ग्राम व्लीचिंग पाउडर मिला दें। खूब हिलाने के बाद आधे घण्टे के लिए रख दें। कपड़े से छान ले। इस तरह से क्लोरीन घोल तैयार हो जाता है। यह घोल काफी दिनों तक चलता है। इस अवसर पर ब्लाक इंचार्ज सन्तोष गुप्ता, राजमनी, गौरव सिंह, संजय साहनी, मो. फैसल, सलोरा देवी, विजय लक्ष्मी, नीलू, सीमा, संगीता, पूजा आदि लोग उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-नरसिंह यादव