एक-एक लाख के सहयोग के लिए भिजवाया चेक
वाराणसी (सृष्टि मीडिया)। बीते आठ मार्च को पहड़िया मंडी स्थित स्ट्रांग रूम से ईवीएम को निकाल कर बाहर ले जाए जाने पर सपा कार्यकर्ताओं ने विरोध किया था। उस दौरान वाराणसी के कमिश्नर ने सार्वजनिक रूप से कहा था कि ईवीएम को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के पहले सभी राजनीतिक दलों या उनके प्रत्याशियों या उनके प्रतिनिधियों को सूचना दिया जाना आवश्यक है। लेकिन, ऐसा नहीं किया गया और यहां पर जिला प्रशासन से चूक हुई है। कमिश्नर ने कहा था कि इसकी जांच कराकर दोषी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हालांकि बाद में इसके विपरीत जाकर सपा कार्यकर्ताओं पर ही फर्जी मुकदमें दर्ज कर उन्हें जिला जेल में बंद कर दिया गया। उक्त बातें मंगलवार को शहर दक्षिणी विधानसभा के सपा के पूर्व प्रत्याशी किशन दीक्षित ने कही।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी जानकारी
उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान जिले में ईवीएम बदले जाने का आरोप लगाते हुए सपाइयों ने विरोध किया था। इस दौरान पथराव और बवाल भी हुआ था। जिसके बाद पुलिस ने लालपुर पांडेयपुर और जैतपुरा थाने में मुकदमा दर्ज कर सपाइयों को जेल भेजा था। जेल में बंद अब उन सपाइयों की एक-एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव करेंगे।
अखिलेश यादव ने जेल में बंद कार्यकर्ताओं से की थी मुलाकात
किशन दीक्षित ने बताया कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने वाराणसी जिला जेल में बंद सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की थी। जिला जेल से वापस लखनऊ लौटने के दौरान उन्होंने सपा जिलाध्यक्ष सुजीत यादव लक्कड़ और उनसे सभी कार्यकर्ताओं के बारे में जानकारी ली थी। इसके बाद उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से अनुरोध किया था कि जिला जेल में ऐसे कार्यकर्ता बंद है जो आर्थिक रूप से बेहद कमजोर हैं और जमानत कराने में असमर्थ है। न्यायिक सहयोग के लिए उन्हें आर्थिक मदद की आवश्यकता है। हमारे अनुरोध पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जेल में बंद सपा कार्यकर्ताओं और नेताओं को एक-एक लाख रुपये के आर्थिक सहयोग के लिए लखनऊ बुलाकर चेक सौंपा है। जेल में बंद सभी कार्यकर्ताओं और नेताओं के परिजनों को जल्द ही एक-एक लाख रुपये की सहयोग राशि उपलब्ध करा दी जाएगी।
रिपोर्ट : अमन विश्वकर्मा