आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नगर इकाई के तत्वावधान में मजदूर विचार गोष्ठी का आयोजन सच्चिदानंद राय एडवोकेट के दीवानी स्थित कक्ष में किया गया। संचालन नगर मंत्री अनिल राय ने किया।
कामरेड सच्चिदानंद राय ने कहा कि मजदूर दिवस पर दुनिया के मजदूरों को पूंजीवाद से राहत मिली और काम के घंटे आठ घंटे तय हुए। इस संघर्ष में बहुत से मजदूर संघर्षशील नेताओं को सरेआम फांसी दी गई। तब जाकर यह आजादी के उपलब्धि के रूप में मिल सकी। नगर मंत्री अशोक राय ने कहा कि भारत में पहली बार मजदूर दिवस 1923 में मनाया गया। इसकी शुरुआत चेन्नई में कम्युनिस्ट नेता सिंगारवेलु चेट्टियार ने की। मद्रास हाई कोर्ट के सामने पहली बार मजदूर दिवस की सभा हुई। इसमें मजदूरों के हक की मांग उठाई गई। इसी सभा में पहली बार भारत में ’मई दिवस’ मनाया गया। यह एकजुटता, सामाजिक न्याय और श्रमिकों के अधिकारों के लिए निरंतर संघर्ष का एक सशक्त प्रतीक बन गया है। ऐसे अधिकारों की रक्षा के लिए हमें सजग रहने की जरूरत है। इस मौके पर अशोक कुमार राय, अमित कुमार राय, रमाकांत यादव, शाहनवाज बेग, राजबहादुर सिंह, लक्ष्मन चौहान एडवाकेट, राजित यादव, अनिल कुमार आदि मौजूद रहे।
रिपोर्ट-सुबास लाल