दीदारगंज आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। अगर कभी किसी ने किसी बात पर कुछ कड़वा भी बोल दिया, तो मुस्कुराकर जवाब मिलता था कि अरे भाई क्या हो गया। शिकायत सुनने के बाद मुस्कुराकर उसे संतुष्ट करने की आदत पाले शोएब आलम बुधवार को पत्रकार बिरादरी को रुलाकर चले गए। मूल रूप से सरायमीर क्षेत्र के कौरा गहनी के निवासी शोएब आलम काफी दिनों से कस्बे के खरेवां मोड़ पर मकान बनाकर रहते थे। एक हिंदी दैनिक समाचार पत्र के वरिष्ठ पत्रकार एवं आइडियल पत्रकार संगठन के राष्ट्रीय संरक्षक शोएब आलम का बुधवार को दिन में लगभग 12 बजे दिल का दौरा पड़ने से उस समय निधन हो गया जब वह अखबार की जिम्मेदारी निभाने के बाद लौट रहे थे। निधन की सूचना मिलते ही उनके शुभ चिंतकों ने उनके आवास पर जाकर अंतिम दर्शन किया। कहा कि शोएब आलम की कमी को कभी पूरा नहीं किया जा सकता। इस अवसर पर मो. तारिक, यासिर, आमिर, महताब आलम कुरैशी, विनोद कुमार यादव, पृथ्वीराज सिंह, दुर्गेश मिश्र, अनुराग सिंह, अजीत सिंह आदि उपस्थित थे।
रिपोर्ट-पृथ्वीराज सिंह