आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। एमएसएमई मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार एवं अन्य सरकारी विभागों, संगठनों तथा इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन एवं लघु उद्योग भारती के सक्रिय सहयोग से शहर स्थित एक होटल में राष्ट्रीय कार्यशाला, सेमिनार का आयोजन किया गया।
सेमिनार में राजेश भाटिया, राष्ट्रीय सचिव व मिथलेश बरनवाल, सचिव, आज़मगढ़, इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन, भरत थराड़, अध्यक्ष, लघु उद्योग भारती, मऊ, एसएस रावत, उपायुक्त उद्योग, आज़मगढ़ तथा एलबीएस यादव, संयुक्त निदेशक, प्रयागराज के अलावा एमएसएमई मंत्रालय, भारत सरकार के अधिकारियों ने शिरकत की।
कार्यक्रम के तकनीकी सत्रों में “उत्तर प्रदेश एमएसएमई प्रोत्साहन नीति-2022” “उत्तर प्रदेश वस्त्र एव परिधान नीति-2022” ईसीजीसी द्वारा निर्यात पर जोखिम से सुरक्षा, नाबार्ड द्वारा ग्रामीण अर्थ व्यवस्था के विकास, एपीडा द्वारा कृषि एवं खाद्य उत्पादों के निर्यात आदि पर चर्चा की गई। डॉ.मनीष अरोड़ा द्वारा उत्पादों के बाज़ार के मांग के अनुसार पैकेजिंग के महत्त्व पर विस्तृत चर्चा की गई। साथ ही साथ एमएसएमई मंत्रालय द्वारा एमएसएमईस को दी जाने वाली विभिन्न सहायताओं एवं स्कीम्स आदि पर भी प्रेजेंटेशन दिए गए। भारत सरकार की खरीद में एमएसएमई की हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए प्रदत्त गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस (जैम), पब्लिक प्रोक्योरमेट पॉलिसी (पीपीपी) और साथ में उनकी वित्तीय व्यवस्था को मजबूत करने हेतु ट्रेड एवं सिडबी की सहायता इत्यादि पर विस्तृत चर्चा हुई। एमएसएमई इकाइयों को फंड उपलब्ध कराने में सहायक सेल्फ रिलायंट इंडिया फंड एवं एसएमई एक्सचेंज पर भी विशेषज्ञों द्वारा जानकारी दी गई। कार्यक्रम के दौरान मौके पर उद्यम, जैम व ज़ेड पंजीकरण सुविधा प्रदन की गई।
डिफेंस एयरो स्पेस और अन्य सरकारी विभागों ने इस अवसर पर स्टाल्स लगाकर एमएसएमई इकाइयों को वन-टू-वन चर्चा का अवसर प्रदान कर अपनी आवश्यकतों को प्रदर्शित किया। कार्यक्रम के अयोजन मंे ग्रामीण फाउंडेशन इण्डिया, एसडी स्वा चैरिटेबल ट्रस्ट और सेवा भारती की महत्वपूर्ण भूमिका रही। इस कार्यक्रम में लगभग 170 एमएसएमई इकाइयों ने भाग लिया। संचालन वीरेन्द्र राणा तथा धन्यवाद ज्ञापन राजेश चौधरी ने किया। इस अवसर पर रीतेश बरनवाल, हिमांशु शेखर, अभिषेक पुष्कर, रवि रौनियार आदि उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-सुबास लाल /प्रमोद यादव