अतरौलिया आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। आजमगढ़ एवं अंबेडकरनगर दो जनपद की सीमा पर लगने वाला पूर्वांचल का प्रसिद्ध ऐतिहासिक गोविंद साहब का 232 वे वर्ष का मेला 1 दिसंबर से शुरू हो गया जो 3 दिसम्बर गोविंद दशमी के दिन आगाज होगा। जिसके लिए जिलाधिकारी अंबेडकरनगर के निर्देश पर सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी है।
आजमगढ़ और अम्बेडकर नगर जिला के सीमा पर स्थित गोविन्द साहब का मेला लगभग एक माह तक चलता है, जो भी श्रद्धालु मेले में गोविंद साहब का दर्शन करने आते हैं यहां स्थित मंदिर पर खिचड़ी एवं लाल गन्ना चढाते हैं। मंदिर के मुख्य पुजारी भगेलु दास महाराज ने बताया कि जो भी श्रद्धालु मंदिर में दर्शन करने आते हैं लाल गन्ना एवं चावल की खिचड़ी चढ़ाते हैं जिससे उनकी मनोकामना पूरी होती है क्योंकि यह गोविंद बाबा को बहुत पसंद था। संत गोविंद साहब का जन्म लगभग 400 वर्ष पूर्व अंबेडकर नगर के जलालपुर थाना क्षेत्र के नगपुर गांव में हुआ था। बचपन से ही बड़े धार्मिक प्रवृत्ति के थे। बचपन से ही इन्होंने गाजीपुर जिले में स्थित भुरकुरा आश्रम के महंत भीखा साहब के यहां दीक्षा ले ली। भीखा साहब के तीन शिष्य थे। गोविंद बाबा का जिस दिन जन्म हुआ उसी दिन इन्होंने अहिरौली गोविंद साहब गांव में समाधि भी ली थी। भुरकुरा आश्रम से सत्य का संदेश देने के लिए गोविंद बाबा को इनके गुरु भीखा साहब ने भेजा और कहा कि जहां शाम हो जाएगी वहां रुक जाना। चलते चलते गोविंद बाबा अहिरौली गोविंद साहब पहुंचे तो यहां शाम हो गई उस समय यह 400 एकड़ का जंगल था । यही पर गोविंद बाबा ने तपस्या प्रारंभ की। गोविंद साहब ट्रस्ट कमेटी के अध्यक्ष वीरेंद्र दास ने बताया कि बलिया के एक सेठ की मनोकामना पूरी होने पर उन्होंने एक वर्ष तक यहां रह कर भव्य मंदिर और पोखरी का निर्माण करवाया था। यहां स्थित पोखरी में जो स्नान करते हैं उनकी कई प्रकार की बीमारियां भी समाप्त हो जाती है। गोविंद बाबा सत्य पंथ के उपासक थे। जिसमें ध्यान द्वारा ही ईश्वर को देखा है। इसलिए इन्हें सत्य गोविंद भी कहा जाता है। जबकि भुरकुरा गाज़ीपुर में स्थित आश्रम पर सत्यनाम कहा जाता है। गोविंद बाबा के प्रसिद्ध शिष्य पलटू साहब जो अयोध्या में रहते हैं इन्होंने ईश्वर को सत्य राम के नाम से संबोधित किया। हालांकि मेले की तैयारी के लिए पुलिस प्रशासन भी सक्रिय होता दिखाई दिया। पूर्वांचल की प्रसिद्ध लाला पन्ना लाल की खजला की दुकान भी सज चुकी है साथ ही साथ दूर दूर से आई फर्नीचर, लोहे, झूला, सर्कस, बेराईटी शो आदि की दुकानें भी आ चुकी है। जिलाधिकारी द्वारा नवंबर में ही मेला कमेटी की बैठक कर संबंधित विभागों को दिशा निर्देश देते हुए जल्द से जल्द मेले की सारी व्यवस्थाएं चुस्त-दुरुस्त करने का निर्देश दिया गया था। मेले में सभी प्रकार की तैयारियां पूरी कर ली गई है साथ ही साथ श्रद्धालुओं के लिए मेला क्षेत्र में रुकने ठहरने स्नान शौचालय आदि की व्यवस्था भी मेला प्रशासन द्वारा कराई गई है। मेला क्षेत्र में पुलिस सहायता केंद्र, खोया पाया केंद्र आदि की व्यवस्था भी करा दी गई है। मेले में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ लगनी शुरू हो गई है। बाबा गोविंद साहब का प्रसिद्ध प्रसाद खजला और लाल गन्ना भी खूब बिक रहा है।
रिपोर्ट-आशीष निषाद