निर्वाचन आयोग ने माना EVM के ट्रांसपोर्टेशन में गाइडलाइन का नहीं हुआ पालन

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लूट समेत 16 धाराओं में मुकदमा दर्ज कर पुलिस आरोपितों को चिह्नित कर रही है

वाराणसी (सृष्टि मीडिया)। इवीएम का विवाद अब सियासत की भेंट चढ़ चुका है। पहड़िया मंडी में मंगलवार की देर शाम हुए इस विवाद के बाद प्रशासनिक अमला काफी सक्रिय हो गया है। उपद्रवियों ने एडीजी जोन रामकुमार की गाड़ी पर पथराव किया था। उनका चालक लालता प्रसाद भी घायल हुआ था। चालक की ही तहरीर पर लालपुर-पांडेयपुर पुलिस ने हत्या के प्रयास, लूट, बलवा, सरकारी काम में बाधा समेत 16 संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। वीडियो और फोटो के जरिये अज्ञात उपद्रवियों की पहचान कर कार्रवाई की जाएगी। वहीं, पूरे विवाद के लिए प्रशासन ने माना कि पहड़िया मंडी स्थित मतगणना स्थल से मंगलवार को बिना किसी सूचना के प्रशिक्षण के लिए इवीएम ले जाई गई थी। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने विवाद के बाद कराई जांच में पाया कि नोडल अधिकारी की ओर से लापरवाही की गई है।

एडीएम पर हुई कार्रवाई

बतादें, मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने के बाद निर्वाचन आयोग ने जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांगी थी। इसी रिपोर्ट को चुनाव आयोग भेजा गया था। वहाँ से मिले निर्देश के बाद एनके सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है। निर्वाचन आयोग ने माना है कि इवीएम के ट्रांसपोर्टेशन में गाइडलाइन का पालन नहीं किया गया है। इससे पहले जिला प्रशासन ने भी एनके सिंह को ईवीएम के नोडल अफसर के पद से हटाते हुए उन्हें निर्वाचन के कार्यों से अलग कर दिया है। उनके मतगणना केंद्र जाने पर भी रोक लगा दी गई है।

पत्थरबाजी की घटना शर्मनाक

जानकारी के अनुसार पहड़िया मंडी स्थित मतगणना स्थल पर रखी गई इवीएम में हेराफेरी का आरोप लगाते हुए सैकड़ों सपाजनों ने मंगलवार शाम हंगामा किया था। मंडी के मेन गेट समेत परिसर में वह धरने पर बैठ गए थे। बैरिकेडिंग तोड़ स्ट्रांग रूम में दो बार घुसने की कोशिशों में सुरक्षाबलों से उनकी धक्कामुक्की हुई थी। इसके बाद प्रशासन विरोधी नारेबाजी के बीच मंडी के सामने पांडेपुर-पहड़िया रोड पर जाम लगा दिया था। घटना के बाद मौके पर मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल, जिला निर्वाचन अधिकारी कौशल राज शर्मा, पुलिस आयुक्त ए. सतीश गणेश के साथ ही एडीजी जोन राम कुमार पहुंचे थे। एडीजी जोन का वाहन जैसे ही मंडी के गेट से भीतर पहुंचा, गेट नंबर दो के पास उसे रोकने के साथ ही पीछे से पत्थरबाजी शुरू हो गई।

सरकारी वाहनों में तोड़फोड़

बताया जा रहा है कि पथराव में एडीजी जोन के वाहन के शीशे टूट गये। शीशा के साथ ही साइड मिरर, फ्लैग लाइन, बम्फर व दरवाजे का शीशा क्षतिग्रस्त कर दिये। वाहन के ऊपर लगा वायरलेस एन्टीना कुछ लोग तोड़कर लेकर भाग गये। इस दौरान नारेबाजी और अभद्र भाषा का इस्तेमाल होता रहा। उग्र भीड़ जोर-जोर से बोल रही थी कि इतना मारो की मर जाए, जिन्दा बचकर न जाने पाये। अज्ञात लोगों पर बलवा, धमकी देने, मारपीट, सरकारी काम में बाधा, सरकारी सम्पत्ति का नुकसान, सार्वजनिक संपत्ति का नुकसान, हत्या के प्रयास, लूट समेत 16 धाराओं में मुकदमा दर्ज कर पुलिस आरोपितों को चिह्नित कर रही है।

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