रानीकीसराय आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। स्थानीय कस्बे का ऐतिहासिक मेला शुक्रवार को बारिश से स्थगित कर दिया गया था जो शनिवार को धूम धाम से सम्पन्न हो गया। पंडालों पर श्रद्वालुओं का रेला रहा वहीं भरत मिलाप रथ यात्रा पर लोगों ने चारों भाइयों के दर्शन किये।
कस्बे की ऐतिहासिक मेले की तैयारी लंबे समय से चल रही थी। 12 पूजा कमेटियों द्वारा स्थापित प्रतिमा के पट एक दिन पहले ही दर्शनार्थ खोल दिये गये थे। मेले में जगह को लेकर दूर दराज से आये दुकानदार बेहाल दिखे। शुक्रवार को बारिश से मेला पूजा कमेटियों ने स्थगित कर शनिवार को पुनः लगवाया। मार्ग चौड़ीकरण से विद्युत सजावट का पहले वाला नजारा नहीं दिखा फिर भी सभी ने कोई कसर नही छोड़ रखी थी। काशीदाश मंदिर पर जहां भारतीय अंतरिक्ष के सरीखा पंडाल रहा वहीं आजाद दल.नवयुवक संघ, दुर्गा पूजा कमेटी और शंकर दल ने मंदिरो की आकर्षक छवि उतारी थी। डिवाइडर ही सजावट का सहारा बन गया। मेले में बिहार से आये जलेवी की महक रही तो वहीं बच्चों ने झूले का आनंद लिया। बिजली भी खूब दगा देती रही। पूरे दिन कटौती का क्रम चलता रहा। सुरक्षा के लिए पहले से पंडाल पर होमगार्ड और सिपाही की तैनाती कागजों में रही लेकिन किसी किसी पंडाल पर नजर आये। पीएसीबल का चक्रमण होता रहा बावजूद मेले में एक लगाओ दस पाओ भी सक्रिय रहे। आधा दर्जन स्थानो पर मजनुओं की खबर महिलाओं ने खुद ली। वैसे वाहनो के प्रतिबंध के बाद भी छोटे वाहन प्रवेश करते रहे। दोपहर से भीड़ बढी तो भोर तक मेले की धूम रही। मेला सम्पन्न होने के साथ ही विसर्जन की तैयारी शुरू हो गयी। पुलिस व्यवस्था लचर दिखी। रुट डायवर्जन रहा। रेलवे सुरक्षा की दृष्टि से रेलवे स्टेशन और फाटक के पास भी सुरक्षा के लिए पहले ही रेलवे विभाग चेतावनी देता नजर आया। बादलो की लुकाछिपी से दुकानदारों की धड़कने बढ़ती रही।
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बाजार में निकली रामरथ यात्रा
रानी की सराय (आजमगढ़)। राम रथ यात्रा राम जानकी मंदिर से होकर पूरे बाजार में भ्रमण करते हुए रामलीला मैदान पर पहुंची। यहां भरत मिलाप के साथ ही चारो भाइयो के लोग दर्शन करते रहे। देर शाम रुदरी रोड स्थित मैदान में दशानन का बध हुआ। राम रावण युद्ध देखने के लिए भी लोगो का हुजूम रहा।
रिपोर्ट-प्रदीप वर्मा