आज़मगढ़ (सृष्टिमीडिया)। मण्डलायुक्त मनीष चौहान तथा डीआईजी अखिलेश कुमार ने शनिवार को सदर तहसील में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में शिकायतों के निस्तारण का जायज़ा लिया। जिस समय अधिकारीद्वय तहसील पहुंचे तो वहॉं पर अपर जिलाध्ािकारी (प्रशासन) अनिल कुमार मिश्रा, उपजिलाधिकारी मदन चन्द दूबे, तहसीलदार उमाशंकर द्वारा आम जन से उनकी समस्याओं की सुनवाई की जा रही थी।
मण्डलायुक्त श्री चौहान ने उपस्थित अधिकारियों से तत्समय प्राप्त प्रार्थना पत्रों एवं उसके निस्तारण की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने कई लोगों की समस्याओं की स्वयं सुनवाई की तथा सम्बन्धित अधिकारियों को समय सीमा के अन्दर अनिवार्य रूप से निस्तारित किये जाने हेतु सन्दर्भित किया। उन्होंने कहा कि शिकायतें किसी भी स्तर से प्राप्त हों उसको गुणत्तापूर्ण ढंग से निस्तारित करना हम सभी की जिम्मेदारी है। इसके अलावा यह शासन की प्राथमिकता से सम्बन्धित कार्यक्रम है, इसलिए इसके प्रति शिथिलता और लापरवाही किसी भी दशा में नहीं होनी चाहिए। उन्होंने निर्देश दिया कि अविवादित वरासत, धारा 24 के वाद, दाखिल खारिज के वाद अनावश्यक रूप से लम्बित नहीं मिलने चाहिए। इस दौरान अधिकारियों के समक्ष कुल 112 प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किये गये, जिसमें राजस्व के 82, विकास के 3, पुलिस के 15 तथा अन्य विभागों से सम्बन्धित 12 मामले सम्मिलित थे। मौके पर अधिकारियों द्वारा 19 शिकायती प्रार्थना पत्रों का निस्तारण किया गया। निस्तारित सभी प्ररकण राजस्व विभाग के थे। डीआईजी अखिलेश कुमार ने उपस्थित थानाध्यक्षों को निर्देशित किया कि आगामी त्योहारों के दृष्टिगत बराबर चौकसी बनाये रखें तथा अपने-अपने क्षेत्र में भ्रमणशील रहकर शांति व्यवस्था, कानून व्यवस्था सुनिश्चित करें। इस दौरान उन्होंने गत सम्पूर्ण समाधान दिवसों में पुलिस विभाग से सम्बन्धित प्राप्त शिकायतों के निस्तारण का भी अवलोकन किया।
रिपोर्ट-प्रमोद कुमार यादव