फूलपुर आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। स्थानीय ब्लाक अंतर्गत कुल 89 ग्राम पंचायत हैं। सरकार ने प्रत्येक गांव में पंचायत भवन बनाकर पंचायत कार्यालय संचालित करने का निर्देश दिया है। ग्राम पंचायत मुनौवरपुर में एक भी सरकारी भवन नहीं है न तो पंचायत भवन, न आशा, न आंगन बाड़ी। उक्त गांव विकास से कोसों दूर है।
महिला प्रधान फूलपत्ती देवी ने बताया कि मुनौवरपुर ग्राम पंचायत पहले राजापुर ग्राम पंचायत का हिस्सा था। 2015 में नई ग्राम सभा मुनौवरपुर बनी। पन्द्रह सौ जनसंख्या एक हजार मतदाता का सबसे छोटे गांव मुनौवरपुर में न स्कूल है न आंगनबाड़ी केंद्र, न एनम सेन्टर है। यहां तक कि कोई सरकारी भूमि भी नहीं है। भूमि क्रय करके पंचायत भवन निर्माण कराने के लिए प्रस्ताव बना कर जिला व शासन स्तर पर भेज दिया गया परंतु एक वर्ष बाद भी पंचायत भवन के लिए भूमि क्रय करने की स्वीकृत नहीं मिली। जिसके कारण पंचायत कार्यालय ग्राम प्रधान के घर एक कक्ष में निशुल्क चलाया जा रहा है। प्रधान पति सत्यप्रकाश चौहान ने बताया कि समस्त विभागों के अधिकारियों से लिखित रूप से अवगत करा दिया गया है। गांव में गर्भवती महिला और बच्चों को पुष्टाहार भी नहीं मिलता। मॉर्डन गांव के रूप में चयनित होने के बाद अब तक धन नहीं प्राप्त हुआ। इस संबंध में बीडीओ विमला चौधरी ने बताया कि गांव को हर सुविधा युक्त बनाने के लिए शासन स्तर से जिला स्तर तक लिखित पत्र भेजकर अनुमति मांगी गयी है। स्वीकृति के बाद समस्त सरकरी सुविधा से सुसज्जित किया जाएगा।
रिपोर्ट-मुन्ना पाण्डेय