आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। बटला हाउस कांड की सोलहवीं बरसी पर मामले की न्याययिक जांच की मांग को लेकर राष्ट्रीय उलेमा कौंसिल ने गुरुवार को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया और मामले की न्यायिक जांच की मांग के साथ जिला प्रशासन के माध्यम से पीएम को ज्ञापन भेजा।
प्रदेश अध्यक्ष अनिल सिंह ने कहा कि 2008 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार के गृह मंत्री के इशारे पर दिल्ली पुलिस द्वारा मुस्लिम नौजवानों को बलि का बकरा बनाया गया। इस दौरान दो बेकसूर मुस्लिम नौजवान आतिफ व साजिद के साथ जांबाज पुलिस इंस्पेक्टर की मौत हुई। अनेक मुस्लिम नौजवानों को इस केस में फंसाकर उनकी जिंदगी बर्बाद कर दी गई।
पार्टी प्रवक्ता तलहा रशादी ने कहा कि उस समय सवाल उठाने वाले केजरीवाल ने सत्ता में आने के बाद इस काण्ड की जांच करवाना मुनासिब नहीं समझा। नुरूलहोदा ने कहा कि सरकारें घटना की सच्चाई सामने नहीं लाना चाहतीं। अगर एकाउंटर सही था तो न्यायिक जांच कराने में सरकारें पीछे क्यों भागती रही हैं। भाजपा ‘सबका साथ-सबका विकास‘ की बात करती है, यह सबको न्याय के बिना असंभव है। न्यायिक जांच की मांग हम तब तक दोहराते रहेंगे जब तक सरकार हमारी मांग को मान नहीं लेती।
इस मौके पर जिलाध्यक्ष नोमान अहमद, जिला प्रभारी शकील अहमद, मतीलउल्लाह, अबसार, दिलशाद, मनोज सिंह, मेराज खान, आमिर आदि उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-सुबास लाल