आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। सगड़ी तहसील के उत्तर देवारा क्षेत्र में बहने वाली सरयू नदी की लहरें मंगलवार को मंद हुईं, तो जलस्तर में 17 सेमी की कमी दर्ज की गई, लेकिन नदी अभी खतरा निशान से 80 सेमी ऊपर बह रही थी। जलस्तर में कमी को कई दिनों बाद दो दिन से तीन लाख से कम क्यूसेक पानी छोड़े जाने का असर भी माना जा रहा है। कारण कि कई दिनों तक तीन लाख क्यूसेक पानी छोड़ने के बाद ही उफान शुरू होती रही है। वैसे तीन महीने जलस्तर में उतार-चढ़ाव के कारण प्रशासन अलर्ट है और तहसील प्रशासन की ओर से हर पल नजर रखी जा रही है। मंगलवार 17 सेमी घटाव के बाद मुख्य माप स्थल बदरहुआ नाले के पास खतरा निशान 71.68 मीटर से 80 सेमी ऊपर यानी 72.48 मीटर पर नदी बह रही थी। यानी जलस्तर 72.48 मीटर रिकार्ड किया गया। यहां पर सोमवार की शाम चार बजे 72.65 मीटर दर्ज किया गया था। बाढ़ का पानी महुला-गढ़वल बांध तक बना हुआ था। अभी भी 17 गांवों की 14 हजार आबादी के लिए नाव ही आवागमन का सहारा बना हुआ है। हालात को देखते हुए बांध के उत्तरी क्षेत्र के कक्षा एक से आठ तक के सभी परिषदीय व निजी विद्यालयों को बंद करने का निर्देश शनिवार को ही दिया जा चुका है, तो वहीं आपात स्थिति से निपटने के लिए पीएसी की फ्लड कंपनी तैनात कर दी गई है। नाव की संख्या 36 से बढ़ाकर 61 की जा चुकी है। देवारा खास राजा ग्रामसभा के झगरहवा का पुरवा, कोमल का पुरवा, बासू का पुरवा, बगहवा का पुरवा, चक्की हाजीपुर, लाला का पुरवा, पालकी का पुरवा, बांका, बूढ़नपट्टी, सोनौरा, अजगरा मगर्बी, अभ्भन पट्टी, भदौरा, शाहडीह सहित 17 गांव बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। इस बीच 50वें दिन भी तीन बैराजों से छोड़े गए 2,78,122 क्यूसेक पानी से बाढ़ का खतरा बरकरार है। इस प्रकार अब तक 1,40,51,532 क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है। बीच में 25 जुलाई को पानी नहीं छोड़ा गया था।
रिपोर्ट-सुबास लाल