आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। परिषदीय विद्यालयों में आनलाइन उपस्थित के विरोध में प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों ने मुख्यमंत्री को नामित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा।
जिला प्रशासन को सौपे पत्रक के माध्यम से शिक्षकों ने बताया कि उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित परिषदीय विद्यालयों में छात्र उपस्थिति पंजिका एवं एमडीएम पंजिका 25 जून से केवल डिजिटल रुप से ही व्यवहृत करने एवं निरीक्षण पंजिका को छोडकर अन्य समस्त पंजिकाएं 8 जुलाई से डिजटल रुप में अद्यतप किष्े जसपे कस असउेद्यस निर्गत किया गया है। शिक्षकों ने कहा संगठन अपने विभागीय व सामाजिक दायित्वों के प्रति सजग रहकर छात्र हित व शिक्षा हित में कार्यालय महानिदेशक स्कूल शिक्षा एवं राज्य परियोजना निदेशक के आदेश के क्रम में डिजिटाइजेशन, ऑनलाइन उपस्थिति लागू किये जाने से पूर्व उक्त डिजिटाइजेशन व्यवस्था से जुड़ी समस्याओं के समाधान किये जाने की मांग करता है। शिक्षकों की मांग है कि शिक्षकों को भी आकस्मिक अवकाश में हाफ डे लीव का विकल्प अन्य विभागों की भांति प्रदान किया जाय। किसी आकस्मिक घटना अथवा आपदा की स्थिति में यदि शिक्षकों के आगमन हेतु निर्धारित समय के पश्चात 30 मिनट तक कार्य दिवस में विलम्ब से पहुचने पर अथवा माह में अधिकतम 2.30 घंटे विलम्ब होने पर उसे अनुपस्थिति न माना जाय एक आकस्मिक अवकाश सम्बंधित शिक्षक के सीएल बैलेंस से समायोजित कर लिया जाय। शिक्षकों को भी राज्य कर्मचारियों की भांति 30 ईएल प्रदान किया जाय। यदि ईएल प्रदान करने में कोई विधिक समस्या है तो महाविद्यालयों के शिक्षकों की भांति बेसिक शिक्षा विभाग में भी प्रिविलेज अवकाश प्रदान किया जाये। पंजिकाओं का डिजिटाइजेशन सर्वर की उपलब्धता के अधीन है एक ही समय में अधिक लोड से सर्वर क्रैश होने पर वैकल्पिक व्यवस्था का निर्देश जारी किया जाय। इस मौके पर रविन्द्रनाथ, प्रदीप तिवारी, रमेश प्रसाद चौरसिया, प्रेमनारायण सिंह, अरविन्द सिंह, ब्रजेश राय, हरिकेश मिश्र, श्यामप्रताप प्राण्डेय सहित भारी संख्या में शिक्षकगण उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-सुबास लाल