आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर शिब्ली नेशनल महाविद्यालय में शुक्रवार को भारत छोड़ो आंदोलन विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन हुआ। अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो.अफसर अली एवं संचालन दर्शनशास्त्र के सहायक प्रो. डॉ.विनोद कुमार सिंह ने किया।
इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो.अलाउद्दीन खान ने कहा कि भारत को आजादी दिलाने के लिए कई छोटे-बड़े आंदोलन किए गए। अंग्रेजों को भारत से भगाने के लिए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने भारत छोड़ो आंदोलन के रूप में आजादी की अपनी आखिरी लड़ाई लड़ने का ऐलान किया था। जिसे आज अगस्त क्रांति के नाम से जाना जाता है। प्रो.अफसर अली ने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव गंगा जमुनी संस्कृति को सुदृढ़ एवं समृद्धिशाली बनाएगी। डॉ.वीके सिंह ने कहा कि स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ अमृत महोत्सव के रूप में पूरे देश में गरिमामय ढंग से मनाया जा रहा है। इस मौके पर चीफ प्रॉक्टर एहतेशामुउल हक, प्रो.खालिद, प्रो.आजाद इस्लाही, प्रो.शाहीन जाफरी, प्रो.जावेद अख्तर, कलीम अहमद, डॉ.सादिक, डॉ.खालिद शमीम, डॉ.फहमीदा जैदी, डॉ.असद, डॉ.अब्दुल्ला, डॉ.अल्ताफ, डॉ.अरशद कमाल, शगुफ्ता, शाहीन, डॉमुकर्रम अली, डॉ.शफीउजजमां, डॉ.जावेद, डॉ.आरिफ, डॉ.राफे, अली अब्बास अब्बासी, तबरेज, नसीम अहमद सहित छात्र-छात्राएं उपस्थित थी।
रिपोर्ट-प्रमोद कुमार यादव