फूलपुर आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। स्थानीय ब्लाक अंतर्गत 89 ग्राम पंचायतों की साफ सफाई के लिए 170 के करीब सफाईं कर्मियों की नियुक्ति की गई है। फिर भी गांव में नालियां सर्वाजनिक भवन आदि की साफ सफाई नहीं हो रही है। प्रत्येक माह सफाईं कर्मियों का पेरोल प्रधान सचिव के हस्ताक्षर के बाद सहायक बिकास अधिकारी पंचायत के हस्ताक्षर करा जिला मुख्यालय वेतन के लिए भेज दिया जाता है। परंतु अधिकारी कर्मचारी एक बार भी अपने दायित्व का निर्वहन नहीं करते की सफाईं कर्मियों द्वारा महीने भर की साफ़ सफाईं का स्थान जो अपनी रिपोर्ट में भरा है वह कितना सच है।
ग्राम पंचायत उदपुर में ब्लाक मुख्यालय स्थापित है। साथ ही पोस्ट आफिस, रेलवे स्टेशन, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, पशु अस्प्ताल, विद्युत स्टेशन है। परंतु इस ग्राम पंचायत में सफाईं कर्मी की नियुक्ति ही नहीं है जबकि इसी ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान प्रधान संघ अध्यक्ष हैं। इस गांव मंे सबसे अधिक सरकारी नाले सरकारी धन से बने हैं। खड़ंजा इंटर लॉकिंग का कार्य हुआ है यह गांव तहसील मुख्यालय और नगर पंचायत की सीमा से सटा है। इसी गांव में गन्दगी का अंबार लगा है जबकि ब्लाक परिसर में डंपिंग यार्ड बना है। फिर भी कचरा का ढेर ब्लाक बाउंड्री के सामने लगा है। इसी प्रकार सुदनीपुर नाली चकनुरी में तहसील मुख्यालय के सामने नाला ओवर फ्लो हो गया है। साफ सफाई का अभाब है। सरकार के स्वच्छ भारत मिशन अभियान की धज्जियां उड़ा रहे अधिकारी कर्मचारी खामोश नजर बन्द किये हुए हैं। इस संबंध में प्रभारी सहायक विकास अधिकारी पंचायत राधेश्याम से बात करने पर बताया गया कि अभी एक हफ्ते पूर्व फूलपुर ब्लाक का प्रभार प्राप्त किया हूं। सफाईं कर्मी क्यों नहीं हैं पता करता हूं। स्वछ भारत मिशन सरकार की महात्वाकांक्षी योजना का शत प्रतिशत पालन कराया जाएगा।
रिपोर्ट-मुन्ना पाण्डेय