फूलपुर आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। थोड़ी सी बारिश होते ही उपकेंद्र फूलपुर पर अधिकारियों से लेकर उपभोक्ताओं के लिए आवागमन टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। क्षेत्र पंचायत से इंटरलॉकिंग स्वीकृत होने के बाद भी कार्य नहीं हुआ।
उपकेंद्र के आसपास भवन निर्माण होने के साथ-साथ जल निकासी के बने नाले विलुप्त हो गए जिसके चलते हर साल 4 महीनें उपकेंद्र तालाब में तब्दील हो जाता है। तालाब में तब्दील उपकेंद्र पर क्षेत्रीय लोगों का छोड़िए कर्मचारी और अधिकारियों का उपकेंद्र पर पहुंचना टेढ़ी खीर साबित होता है। इस वर्ष भी फरवरी माह से ही उपकेंद्र तालाब के रूप में तब्दील हो रहा है। परिसर में लगे पानी से उठ रही बदबू अधिकारियों एवं कर्मचारियों का जीना हराम कर दिया है। स्थानीय अधिकारियों ने इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों सेे की है। जांच के लिए अधीक्षण अभियंता भी आ चुके हैं। लेकिन उपकेंद्र तालाब ही बना रह गया है। न सड़क न जल निकासी और न ही गन्दगी की समस्या से निजात मिली। इस सम्बन्ध में बीडीओ विमला चौधरी ने बताया कि 15वें वित्त आयोग से टेंडर स्वीकृत हुआ था। खाते में धन न आने से इंटरलॉकिंग का कार्य नहीं हो पा रहा है।
रिपोर्ट-मुन्ना पाण्डेय