सृष्टिमीडिया मुबारकपुर (आजमगढ़)। एक तो उमस भरी गर्मी और ऊपर से लगातार हो रही बिजली की आंख मिचौली ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। पूर्व सरकार में ग्रामीण क्षेत्रों के लिए एक अलग से विद्युत सर्विस स्टेशन बनाया गया जो सीधे मलिक सुदनी से जोड़कर नूरपुर सराय हाजी, पाही, अतरडी, ढकवा, औझोली, नैठी, बिंद मठिया आदि गांव को इस सर्विस स्टेशन से विद्युत सप्लाई किया जाता है लेकिन 24 घन्टे में प्रतिदिन लगभग आठ से 10 घन्टे ही बिजली मिलती है वहीं सोमवार की सुबह 5 बजे के बाद से देर शाम तक बिजली गुल रही। बिजली गुल होने के कारण कहीं फाल्ट तो कहीं तार टूटे हुए का हवाला देकर विभाग दूरभाष पर अपने कर्तव्यों की खानापूर्ति कर लेता है। बिजली कब आएगी इसका कोई जवाब नहीं है दिन हो या रात बस लोगों को अघोषित बिजली कटौती का भय सताता रहता है कि बिजली कब गुल हो जाए।
खासकर ग्रामीण क्षेत्र में बिजली की अघोषित कटौती से ग्रामीणों में सरकार के प्रति काफी रोष व्याप्त है।बिजली विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के लिए बनाए गए शेड्यूल के अनुसार भी बिजली उपलब्ध नहीं हो पा रही है। वही विनोद, राजेश, हरिबंश, विनय, हरिओम आदि किसानों का कहना कि इस समय फसल रोपाई का काम चल रहा है। बिजली न होने से समय से पानी उपलब्ध नहीं हो पा रहा हैं जिससे फसलों को नुकसान हो रहा है। वहीं छोटे उद्योग व बिजली पर निर्भर दुकानदारों में बिजली निगम के प्रति खासा गुस्सा व्याप्त है। इस संबंध में बिजली विभाग के कर्मचारियों ने बताया कि लाइनमैन हड़ताल पर हैं जिसके चलते विद्युत सप्लाई ठप है। इस संबंध में जेई ग्रामीण सुधाकर यादव ने बताया कि हड़ताल की वजह से विद्युत आपूर्ति बंद है जब हड़ताल खत्म होगा तब सप्लाई होगी। संवाददाता द्वारा वैकल्पिक व्यवस्था के विषय में पूछे जाने पर बेतुका जवाब देते हुए कहा गया कि ‘मैं खम्भे पर चढ़कर बनाऊं क्या’?
रिपोर्ट- मनीष श्रीवास्तव