लालगंज आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। स्थानीय नगर पंचायत के सिविल लाइन स्थित प्राथमिक विद्यालय लालगंज उत्तर वाली गली स्थित शारदा भवन परिसर में आयोजक सत्यप्रिय सिंह की देख-रेख में सात दिवसीय श्रीराम कथा के दूसरे दिन कथा वाचक आराधना देवी काशी ने यजमान अतुल कुमार सिंह, स्मृता सिंह व नगरवासियों के साथ आरती-पूजन कर श्रीराम कथा का शुभारम्भ किया।
कथा वाचक आराधना देवी ने श्रद्धालुओं को श्रीराम कथा सुनाते हुए कहा कि भगवान के भगत, कथा प्रेमी को कोई कठिनाई नहीं होती है। विधान सभा में जनता द्वारा चुने लोग विधायक, सांसद बनकर जाते हैं, परन्तु श्रीराम कथा में भगवान द्वारा चुने लोग ही पहुंचते है। इन मस्तों की बस्ती में आता है कोई-कोई, रोती है सारी दुनिया गाता है कोई-कोई। उन्होंने कहा कि शम्भू गये कुम्भज ऋषि के यहां श्रीराम कथा सुनने, देवो के देव महादेव-सती जग जननी भवानी संग श्रीराम कथा सुनने जा रहे थे, यह राम कथा का महत्व है। जय जय राम कथा जय श्री राम कथा, जिसे श्रवण करने से सौ जनम की रेखा मिट जाती है। बिन सत्संग विवेक न होई, कौन सा रास्ता सही है कौन सा रास्ता गलत है, सत्संग से विवेक जाग जाता है। जीवन मंे संशय हुआ तो परिवार बिगड़ जाता है। सही बात दस बार समझाने में बात समझ में नही आती है, गलत बात एक बार में समझ में आ जाती है। कथा के माध्यम से यह बताया जाता है कि घर-घर मंे कथा व प्रेम हो। परिवार में जैसे दूध व पानी मिलकर एक होते हैं अधिक व कम नहीं दिखाई देते हैं वैसे ही रहना चाहिए। चोट दीवार को लगी तो दीवार टूट जाती है, यदि चोट दिल पर लगी तो दीवार खड़ी हो जाती है। इस अवसर पर राममिलन पाठक गुरुजी, अवनीश, डा.प्रदीप राय, डा.बीबी सिह, डा.देवाशीष शुक्ला, डा.मनोज प्रजापति, डा.आशीष श्रीवास्तव, दिनेश गुप्ता, सुषमा सिंह, पूर्व चेयरमैन उषा जायसवाल, रेखा सिंह आदि उपस्थित रहीं।
रिपोर्ट-मकसूद अहमद