आजमगढ़। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं मध्य प्रदेश के पूर्व राज्यपाल रामनरेश यादव की जयंती शुक्रवार को एमए मेमोरियल महाविद्यालय कोलबाज बहादुर पर मनाया गया। वक्ताओं ने उनके जीवन के विभिन्न पहलुओं पर विचार व्यक्त किया।
डा.दुईज राम यादव ने कहा कि विलक्षण प्रतिभाएं किसी सुख सुविधा की मोहताज नहीं होतीं। उन्हीं में से एक थे रामनरेश यादव जिन्होंने एक छोटे से गांव आंधीपुर में पैदा होकर शून्य से शिखर तक का सफर तय किया तथा जनपद को गौरवान्वित किया। सदस्य चयन आयोग डा.नरेंद्र नाथ यादव ने कहा कि उनकी पहचान केवल मुख्यमंत्री व राज्यपाल बनने से ही नहीं बनी बल्कि इसके साथ ही महान कर्मयोगी, समाजवादी सिद्धांत के प्रहरी, गांधीवादी जनप्रिय नेता रहे। वे सादगी व ईमानदारी के प्रतिमूर्ति थे। कार्यक्रम के संयोजक राजाराम यादव एडवोकेट ने कहा कि वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में देश को प्रदूषित राजनीति से मुक्त करने के लिए उनके जैसे प्रखर व सिद्धांत पर आधारित राजनीति की आवश्यकता है। उनसे प्रेरणा लेने व उनके रास्ते पर चलने की जरूरत है। इस अवसर पर शत्रुघ्न सिंह, आद्या सिंह, दयाराम यादव, सुमन सिंह, राना खातून, मुन्नू यादव, शुचिता श्रीवास्तव, मालती मिश्रा, सुरेंद्र सिंह, विपिन पाठक, पतिराम यादव, जुल्फेकार बेग, मूलचंद चौहान, रामगनेश प्रजापति, प्रदीप यादव आदि उपस्थित रहे। अध्यक्षता डा.दुईज राम यादव तथा संचालन चंद्रपाल सिंह यादव ने किया।