अतरौलिया आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। नव दिवसीय श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ का भव्य शुभारंभ, हाथी घोड़े पालकी संग निकली कलश यात्रा।
प्रत्येक वर्ष की भाँति इस 34वें वर्ष भी समाधिष्ठ सन्त ब्रह्मलीन बाबा कल्पनाय दास जी महाराज ‘पंचपेड़वा बाबा’ एवं ब्रह्मलीन सन्त मौनी जी महाराज की प्रेरणा से पं.कल्पनाय दास स्मारक सेवा संस्थान पचपेड़वा आश्रम बड़का खपुरा ‘टण्डवा’ अतरौलिया, द्वारा शुक्रवार लोक कल्याण हेतु श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ का शुभारंभ किया गया। हाथी घोड़े पालकी पर सवार महाराज जी के भव्य झांकी के साथ कन्याओं ने कलश यात्रा निकाली। यह कलश यात्रा पचपेड़वा आश्रम से होते हुए पटेल चौक, रोडवेज, केसरी चौक, थाना रोड होते हुए कैलेश्वर धाम पहुंची जहां भगवान शिव का जलाभिषेक किया गया। तत्पश्चात पुनः सम्मो माता मंदिर होते हुए कलश यात्रा पचपेड़वा आश्रम पर संपन्न हुई। इस नौ दिवसीय महायज्ञ में विद्वानों द्वारा यज्ञ हवन आदि कार्य एवं मानस मर्मज्ञ विनोदानन्द सरस्वती जी महाराज प्रयागराज द्वारा संगीतमय श्री रामकथा प्रवचन एवं उपदेश दिया जाएगा। ततपश्चात वृन्दावन के रासमण्डली द्वारा सायं 7 बजे से रात्रि 10 बजे तक रासलीला का भव्य आयोजन होगा। श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ की पूर्णाहुति, भण्डारा कार्यक्रम 18 मार्च शनिवार को होगा। आयोजक मानस मर्मज्ञ पं.चन्द्रेश जी महाराज भागवताचार्य ने बताया कि सनातन धर्म की रक्षा हेतु तथा लोक कल्याण हेतु लगातार 34वर्षों से महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है।
रिपोर्ट-आशीष निषाद