गजब सम्मलेन, सब्जियों की माला पहनाकर किया गया सम्मानित

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आजमगढ़ में महामूर्ख सम्मेलन, 1972 से चली आ रही परंपरा

आजमगढ़ (सृष्टि मीडिया)। जिले के मारवाड़ी धर्मशाला में होली के दिन देर रात्रि में महामूर्ख सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस महामूर्ख सम्मेलन में जिले के लोगों की नि:शुल्क मूर्खता की जांच की गई। मारवाड़ी धर्मशाला और मारवाड़ी युवा मंच की तरफ से आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम का मुख्य मकसद आज के तनाव ग्रस्त व्यक्ति के जीवन में खुशियां लाना है, जिससे लोग खुश रह सकें। इस महामूर्ख सम्मेलन के गीतकार वैभव वर्मा ने बताया कि इस कार्यक्रम में चकाचौंध ज्ञानपुरी वाराणसी से और पूनम श्रीवास्तव को भी आमंत्रित किया गया है। इसके साथ ही कार्यक्रम में पहुंचे बड़ी संख्या में कवियों ने हास्य काव्य पाठ कर सभी लोगों का देर रात तक मनोरंजन किया। कार्यक्रम के संयोजक वैभव वर्मा ने बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य मकसद भाईचारा बढ़ाना है। यह कार्यक्रम जिले में वर्ष 1972 से हो रहा है और मुझे पूरी उम्मीद है कि आगे भी चलता रहेगा। वैभव वर्मा का कहना है कि अब तो मैं राजस्थान में रहने लगा हूं इसके बाद भी मैं आ जाता हूं। अपने गुरू के प्रति हम लोग समर्पित हैं। वैभव वर्मा का कहना है कि वर्तमान समय में लोग काफी गंभीर रहने लगे हैं। ऐसे में लोग वर्ष में कम से कम एक बार खुलकर हंस लें। इसी को ध्यान में रखते हुए इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है जिससे लोगों का स्वास्थ्य अच्छा बना रहे।

एक-दूसरे को लगाया अबीर

संयोजक वैभव वर्मा का कहना है कि इस कार्यक्रम में सब्जियों की माला और लंबी टोपी से लोगों को सम्मानित किया जाता है। इसके पीछे मकसद बताते हुए कहा कि जिस तरह से कई सब्जियों को आपस में मिलाकर मिक्स वेज सब्जियां बनाई जाती है और उसे पूरा परिवार खाता है। ऐसे में हर समाज के लोग इकट्‌ठा होकर एक साथ रहें यही मकसद है। इसके साथ ही लंबी टोपी से सम्मानित करने का मकसद व्यक्ति की लंबी उम्र की कामना करना है और लंबे समय तक ऐसे हंसते रहें। इसी को ध्यान में रखते हुए इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर श्याम सुंदर डालमिया, अविनाश जालान, भोला जालान, दीनू जायसवाल, प्रत्यूष डालमिया सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।

जमकर किया मनोरंजन

कवियों ने हास्य और श्रृंगार रस पर जमकर मनोरंजन किया। चकाचौंध बनारसी, पूनम श्रीवास्तव, विजयेंद्र श्रीवास्तव, सागर पांडेय, मोहन राय अटपट, ताज आजमी, फारुख नामी चिरैयाकोटी, रोहित राही समेत अन्य कविगण मौजूद रहे। इस दौरान यूपी में काबा की तर्ज पर आजमगढ़ की नगरपालिका में काबा के नाम से वैभव वर्मा ने चुटीले अंदाज में सभी चेयर मैन रह चुके लोगों पर अपने चिरपरिचित अंदाज में व्यंग कसा। महंगाई पर भी सबकुछ सह लेने के बाद भी वोट मोदी को करेंगे सुनाकर खूब हंसाया। पूनम श्रीवास्तव ने तो धाकड़ अंदाज में देवर भाभी और होली के अलग अलग अंदाज पर ऐसे गीत सुनाए कि लोग ठहाके लगाने लगे। कवि अटपट ने घर पर पत्नी के तालिबानी रूप का ऐसा बखान किया कि लोग जन कर ठहाके लगाए।

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