आज़मगढ़ (सृष्टिमीडिया)। मण्डलायुक्त मनीष चौहान ने आयुष्मान भारत योजना के प्रति गंभीरता दिखाते हुए वृहस्पतिवार को देर सायं अपने कार्यालय सभागार में विभागीय अधिकारियों के साथ ही मण्डल के तीनों जनपदों के निजी अस्पतालों के संचालकों के साथ बैठक कर उनकी समस्याओं को सुना तथा उनसे सुझाव भी प्राप्त किया।
मण्डलायुक्त श्री चौहान ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना सरकार द्वारा वित्त-पोषित दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत मण्डल में गोल्डेन कार्ड पर्याप्त संख्या में बने हैं तथा गत 2-3 माह से इस दिशा में अपेक्षित प्रगति हुई है। उन्होंने मण्डल में इस योजना का लाभ हर लाभार्थी तक पहुंचाना हमारा संकल्प है और यह तभी संभव है जब अधिक से अधिक निजी अस्पताल इस योजना से सूचीबद्ध होंगे तथा हर लाभार्थी को इसके लाभों के बारे में पर्याप्त जानकारी होगी। उन्होंने कहा कि आज़मगढ़ में 254 पंजीकृत निजी अस्पतालों के सापेक्ष 21, मऊ में 60 के सापेक्ष 12 तथा बलिया 62 पंजीकृत अस्पतालों के सापेक्ष 14 निजी अस्पताल इस योजना के अन्तर्गत सूचीबद्ध हैं। मण्डलायुक्त श्री चौहान ने बैठक में आये तीनों जनपदों के निजी अस्पतालों के संचालकों, प्रबन्धकों से कहा कि अस्पताल अभी तक आयुष्मान भारत योजना से सूचीबद्ध नहीं हुए हैं वे सूचीबद्ध करायें। उन्होंने यह भी कहा कि निजी अस्पतालों को क्लेम का भुगतान नियमिति रूप से हो रहा है, किसी प्रकार की दिक्कत नहीं है, जिसकी पुष्टि बैठक में उपस्थित सूचीबद्ध अस्पतालों के प्रबन्धकों द्वारा की गयी। उन्होंने अपर निदेशक, स्वास्थ्य को निर्देश दिया कि वाल राइटिंग के माध्यम से आयुष्मान भारत योजना से मिलने वाले लाभों एवं इस योजना से सूचीबद्ध अस्पतालों की भी जानकारी लाभार्थियों तक पहुंचाई जाय। मण्डलायुक्त मनीष चौहान ने बैठक में उपस्थित अस्पतालों में संचालकों, प्रबन्धकों से उनकी समस्यायें जानी। उन्होंने तीनों जनपद के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित किया कि जो भी समस्यायें उसे जनपद स्तर पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित ग्रीवांस रिड्रेसल कमेटी के माध्यम से तत्काल निस्तारित कराया जाय, कोई भी प्रकरण लम्बित नहीं रहना चाहिए।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार