ऐसा चाहूं राज मैं, जहां मिले सबन को अन्न, छोट-बड़ों सब सम बसे, रविदास रहे प्रसन्न…
वाराणसी (सृष्टि मीडिया)। सीर गोवर्धन में आज संत रविदास की जयंती मनाई जा रही है। जिसे लेकर शहर में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। इसी क्रम में प्रदेश के मुखिया सीएम योगी आदित्यनाथ भी सीर गोवर्धनपुर स्थित मंदिर गए। सीएम का स्वागत सेवादारों ने रुमाल बांधकर किया। मुख्यमंत्री ने सभी भक्तगणों और श्रद्धालुओं को सद्गुरू रविदास जी की जयंती के अवसर पर लख लख बधाइयां दी। मुख्यमंत्री योगी ने संत निरंजन दास से बातचीत की। सीएम ने कहा कि भक्ति के साथ साथ कर्मसाधना को सद्गुरु ने सदैव महत्व दिया। मन चंगा तो कठौती में गंगा कह के उन्होंने समाज को कर्म का बड़ा ही व्यापक संदेश दिया। मुख्यमंत्री ने इस दौरान सद्गुरु निरंजन दास से मुलाकात करके उन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से भेजा गया शुभकामना संदेश पढ़कर सुनाया। कहा कि ऐसा चाहूं राज मैं, जहां मिले सबन को अन्न, छोट-बड़ों सब सम बसे, रविदास रहे प्रसन्न…। समाज में सकारात्मक परिवर्तन के लिए उन्होंने सौहार्द की भावना पर बल दिया। सबका साथ, सबका विश्वास के मंत्र पर आज हम आगे बढ़ रहे हैं।
लगे रविदास के जयकारे
आज उसी सिद्धि के प्रसाद स्वरूप मानवता के कल्याण का मार्ग किस तरह प्रशस्त हो रहा है, ये हम सबको स्पष्ट दिखाई देता है। मैं आज सबसे पहले केंद्र और राज्य सरकार की ओर से उपस्थित सभी श्रद्धालुओं, भक्तों और सीर गोवर्धन से जुड़े सभी शुभचिंतको के प्रति लख लख बधाई देता हूं। हम सब जानते हैं कि भक्ति के साथ साथ कर्मसाधना को सद्गुरु ने सदैव महत्व दिया। उन्होंने मन चंगा तो कठौती में गंगा कह के समाज को कर्म का संदेश दिया। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से भेजा गया संदेश पढ़ा।
गुरुजी से युवाओं को सीख लेनी चाहिए
हॉलैंड से आई महिला भक्त चैरन बदनबंगा ने गुरु रविदास महाराज के दर पर शीश नवाया। उन्होंने कहा कि हमारे पेरेंट्स के ग्रांड पेरेंट्स भी इस धरती और गुरु जी के साथ जुड़े हैं। हम सभी उनके फॉलोअर्स और न्यू जनरेशन हैं। उनसे सीख कर और इन्सपायर होकर यहां गुरु जी का जन्मदिन मनाने आते हैं। भक्तों की संगत बढ़ती जा रही है। क्योंकि, इंडिया और पूरे वर्ल्ड में लोगों को पता चल रहा है कि यहां गुरु जी का जन्म हुआ था। गुरुजी की कहानी पढ़कर हमें पता चलता है कि कैसे उन्होंने हम सबके लिए संघर्ष किया। युवाओं को उनसे सीख लेनी चाहिए।