बाढ़ के बाद नदी किनारे जमी गंदगी को साफ करने को नगर निगम ने कसी कमर
वाराणसी (सृष्टि मीडिया)। बनारस में गंगा तट के 84 घाटों की सफाई के लिए जिम्मेदार संस्था विशाल प्रोटेक्शन फोर्स प्राइवेट लिमिटेड को नगर निगम ने नोटिस देते हुए घाटों पर जमी मिट्टी को जल्दी हटाने का निर्देश दिया। साथ ही सांस्कृतिक और पौराणिक महत्व वाले 12 घाटों को हर हाल में नौ सितंबर तक साफ-सफाई का टारगेट दिया है। सफाई के लिए नगर निगम ने इस बार पूरी ताकत झोंक दी है। निगम ने आदिकेशव घाट, खिड़किया घाट, राज घाट, पंचगंगा घाट, मणिकर्णिका घाट, त्रिपुरा भैरवी घाट, मान मंदिर घाट, दशाश्वमेध घाट, हरिश्चंद्र घाट, शिवाला घाट, अस्सी घाट और संत रविदास घाट की प्रमुखता से सफाई की जाएगी।
नगर निगम ने बनाई 200 टीमें
बतादें, इन प्रमुख 12 घाटों की साफ-सफाई के लिए संस्था ने 45 पम्पों को लगाया है उनमें सबसे ज्यादा 12 पम्प राजघाट और अस्सी घाट पर लगाए गए हैं। इसके अलावा आठ पम्प राजघाट, सात पम्प खिड़किया घाट, चार हरिश्चंद्र और तीन रविदास घाट पर लगाए गए हैं। बाकी घाटों पर दो व एक पम्प लगाकर सफाई जारी है। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एनपी सिंह के अनुसार वैसे तो पूरे घाटों की सफाई युद्ध स्तर पर शुरू हो गई है लेकिन इन घाटों पर पितृपक्ष में लोगों की जुटान होती है। ऐसे में नौ सितंबर तक हर हाल में साफ-सफाई का काम पूरा कर लिया जाएगा। गंगा और वरुणा नदी में बाढ़ उतरने के बाद उनके किनारे बसे कालोनियों व मोहल्लों में कीचड़ की साफ-सफाई व जल निकासी के लिए नगर निगम ने 200 टीम बनाई है। यह टीम सारनाथ से सटे इलाकों, हुकुलगंज, खोजवां, मारुति नगर, बालाजी नगर, सामनेघाट के इलाकों में लगाई गई है।
रिपोर्ट : अमन विश्वकर्मा