आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। जिला बेसिक शिक्षाधिकारी राजीव पाठक गुरुवार को जनपद के सठियांव और अजमतगढ़ ब्लॉक में भ्रमण करके प्रधानाध्यापकों के साथ बैठक की तथा बेसिक शिक्षा के उन्नयन के लिए समवेत प्रयास करने हेतु प्रेरित किया। जिला बेसिक शिक्षाधिकारी ने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता में कोई समझौता न हो साथ ही उन्होंने आह्वाहन किया कि कोई ऐसा कारण नहीं है कि विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति कम हो, अगर कम उपस्थिति होती है तो संबंधित की जिम्मेदारी तय होगी।
जनपद में बेसिक शिक्षा को पटरी पर लाने का लगातार प्रयास कर रहे जिला बेसिक शिक्षाधिकारी राजीव पाठक ने गुरुवार को सठियांव और अजमतगढ़ ब्लॉक में आयोजित प्रधानाध्यापकों को संबोधित करते हुए कहा कि हम सबको मिलकर बेसिक शिक्षा की छवि सुधारने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि विद्यालयों के आवश्यक कार्य कंपोजिट ग्रांट से कराने की जरूरत है। प्रतिदिन बच्चों को गृह कार्य दिया जाए तथा इसकी मॉनिटरिंग हो साथ ही प्रतिदिन प्रार्थना सत्र का आयोजन जरूर होना चाहिए।
उन्होंने ड्रॉप बॉक्स, कर्मयोगी योजना, इको क्लब, एक पेड़ मां के नाम सहित समस्त विभागीय कार्यों की समीक्षा की तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिया। उन्होंने विभाग से जुड़े हुए रजिस्टरों को ऑनलाइन करने का निर्देश दिया साथ ही विद्यालय संबंधी डाटा दुरुस्त रखने तथा पूछे जाने पर तुरंत बताने हेतु तत्पर रहने को कहा।
एमडीएम की गुणवत्ता को बनाए रखने का उन्होंने दिशा निर्देश दिया तथा विद्यालयों में बच्चों के लिए दर्पण, रिंगिंग बेल, ग्रीन बोर्ड इत्यादि की व्यवस्था करने का निर्देश दिया।
इस दौरान प्रधानाध्यापकों ने भी अपनी समस्याएं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से अवगत कराते हुए ईएल, विद्युत व्यवस्था और कक्षा कक्ष में बैठक व्यवस्था हेतु बेंच डेस्क की डिमांड रखी जिस पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने निर्देश दिया कि मानव संपदा में गड़बड़ियों को ऑपरेटर लगाकर दुरुस्त किया जाए।
विद्युत व्यवस्था पर उन्होंने कहा कि विभाग को पैसा भेजा जा चुका है जिसके लिए उन्होंने खंड शिक्षा अधिकारी को विद्युत विभाग से समन्वय बनाकर जिन विद्यालयों पर विद्युतीकरण नहीं किया गया है उन्हें विद्युतीकरण से आच्छादित करने का निर्देश दिया।
बैठक से पूर्व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को डीबीएसके गर्ल्स महाविद्यालय के प्रबंधक उमाशंकर यादव ने अंग वस्त्रम व प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर अनिल मिश्र, कमलनयन, विमल प्रकाश, धनंजय सिंह, पंकज सिंह, यशवंत कुमार, जितेंद्र राय, अंशु राय, बलवीर सिंह, दिलीप राय, मुकेश सिंह राजपूत, मनोज सिंह, रामदरस विद्यार्थी, धनंजय मिश्रा, आनंद वर्धन मिश्रा, सत्यप्रकाश सिंह, जय प्रकाश सिंह, एआरपी प्रदीप कुमार राय, दिनेश पांडेय, लक्ष्मी नारायण माथुर, प्रदीप कुमार तिवारी, सहित 20 न्याय पंचायतो के 163 विद्यालयों के प्रधानाध्यापक उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-सुबास लाल