आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। कृषि विभाग द्वारा जनपद में धान की पराली एवं गन्ने की पत्ती को जलाये जाने से रोकने एवं इसका समुचित प्रबन्धन करते हुए इससे कम्पोस्ट खाद तैयार कर अगली फसल में प्रयोग किये जाने हेतु कृषकों को विभिन्न माध्यमों से जागरूक किया जा रहा है। इसी क्रम में शुक्रवार को मुख्य विकास अधिकारी आनन्द कुमार शुक्ला द्वारा कृषकों को जागरूक करने के उद्देश्य से प्रचार-प्रसार हेतु प्रचार वाहनों को हरी झण्डी दिखाकर विभिन्न विकास खण्डों के लिये रवाना किया गया।
मुख्य विकास अधिकारी द्वारा जनपद के कृषकों से अपील की गयी कि कम्बाईन हार्वेस्टर से कटाई के समय एसएमएस, मल्चर आदि यंत्रों का अनिवार्य रूप से प्रयोग करें। उन्होने यह भी बताया कि खेत में फसल अवशेष जलाने से पर्यावरण की क्षति के साथ-साथ मृदा की संचरना को भी नुकसान पहुंचता है और खेत के मित्र कीट मर जाते हैं, जिससे फसल की उत्पादकता एवं मानव स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचता है। इस अवसर पर मुकेश कुमार उप कृषि निदेशक, जिला विकास अधिकारी संजय कुमार सिंह आदि उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार