प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में लोगों ने कही अलग-अलग बात
वाराणसी (सृष्टि मीडिया)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज वित्त वर्ष 2023-24 के लिए आम बजट पेश किया। वहीं प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में आम बजट को लेकर राजनीतिक दलों की प्रतिक्रियाएं अलग-अलग रही। किसी ने सराहा तो किसी ने निराशाजनक बताया।
आमजन के लिए निराशाजनक बजट
भाजपा के पूर्व महापौर रामगोपाल मोहले ने कहा कि बजट शक्तिशाली, समृद्ध और संपन्न भारत की संकल्पना का रोडमैप है। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता संजीव सिंह ने इस बजट को 2024 का चुनावी ब्लूप्रिंट जलेबी मार्का जुमला बजट बताया। सपा के निवर्तमान महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा ने कहा कि मजदूर, किसान, आम आदमी के लिए निराशाजनक बजट है। राष्ट्रीय समता पार्टी के संयोजक शशि प्रताप सिंह ने अमीरों और चुनावी बजट बताया। कहा कि इससे विकास की रफ्तार कम होगी। आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता मुकेश सिंह ने आयकर छूट में बदलाव महंगाई के सापेक्ष ऊंट की मुंह में जीरा समान बताया। अपना दल एस के जिलाध्यक्ष नरेंद्र पटेल ने इस बजट को देश के विकास को गति देने वाला बताया। अपना दल कमेरावादी के राष्ट्रीय सचिव राजेश पटेल ने कहा कि जनहित का नहीं बल्कि चुनावी बजट बताया।
उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने वाला बजट : अजय राय
पूर्व मंत्री व कांग्रेस के प्रांतीय अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि यह बजट उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने वाला है। यह बजट झूठा प्रचार और मार्केटिंग का है। न किसान न जवान और न ही नौजवान के लिए सुविधा दी गई है। अमृतकाल में आम आदमी अमृत के लिए तरस रहा है। कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने कहा कि यह बजट पुराने वादों और जुमलों पर पर्दा डालने वाला है। ऊंट के मुंह में जीरा के समान टैक्स में दी गई छूट है। सरकार भविष्य के खोखले सपने दिखाकर वर्तमान समस्याओं से ध्यान हटाना चाहती है।
बहुत ही शानदार बजट : रवींद्र
राज्यमंत्री व शहर उत्तरी विधायक रवींद्र जायसवाल ने कहा कि यह बहुत ही शानदार बजट है। आयकर में छूट देकर आम जनता को लाभ दिया है। रोजगार, नौकरी, स्वास्थ्य और कृषि क्षेत्र में बड़े बदलाव दिखेंगे। कौशल विकास के लिए बड़ी संभावनाएं हैं। कृषि अनुसंधान से मोटा अनाज और किसानों को बढ़ावा मिलेगा। भाजपा के जिलाध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा ने कहा कि यह बहुत ही ऐतिहासिक बजट है। आजादी से अब तक का सबसे सुंदर, सबसे सर्वग्राही और सर्वव्यापी बजट है। देश को आगे ले जाने में काफी उपयोगी होगा। इस बजट में सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है।
अन्य नेताओं ने भी किया विरोध
स्नातक एमएलसी (सपा) आशुतोष सिन्हा ने कहा कि यह बजट कागजी नाव जैसा है। इसमें किसानों की एमएसपी व ऋणमाफी, युवाओं के लिए रोजगार, कर्मचारियों की पुरानी पेंशन, मदरसा शिक्षकों के केंद्रांश एवं महंगाई पर कोई बात नहीं हुई है।
निवर्तमान जिलाध्यक्ष सपा सुजीत यादव ने कहा कि यह बजट आम आदमी को रसातल में पहुंचाने वाला है। इसमें शिक्षा व स्वास्थ्य के मद में भी कटौती हुई है। इस बजट में केवल आंकड़ों की बाजीगरी हुई है। बजट से गरीब और गरीब होगा, अमीर और अमीर होगा।
रोहनिया विधायक (अपना दल एस) डॉ. सुनील पटेल ने कहा कि यह बजट देश के विकास को गति देने वाला है। इसमें सर्व समाज का ध्यान रखा गया है। इसमें किसान, मजदूर, युवा और महिलाओं का पूरा ख्याल किया गया है। जो आने वाले दिनों में मील का पत्थर साबित होगा।
बसपा के जिलाध्यक्ष राजेश भारती ने कहा कि इस बजट से मध्यम वर्गीय परिवार महंगाई, गरीबी व बेरोजगारी की मार के कारण निचला मध्यमवर्ग की श्रेणी में चला जाएगा। बजट पार्टी से अधिक देश हित में हो तो बेहतर होता।