आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। दुर्वासा धाम मे चल रहे हरिहरात्मक महायज्ञ के पांचवे दिन मौनी बाबा यज्ञशाला मे भारी संख्या में श्रद्धालुओ ने पूजन और परिक्रमा किया। इस दौरान ब्राह्मणो द्वारा किये जा रहे मंत्रोच्चारण सहित मौनी बाबा और देवी देवताओं के जयकारा से क्षेत्र भक्तिमय हो गया है तथा हो रहे श्रीराम कथा को सुनकर श्रद्धालु धन्य हो रहे हैं।
बाल व्यास अंकित महाराज ने कहा कि इस कराल कलिकाल में जो भी मनुष्य जीवन मरण के बंधन से मुक्त होना चाहते हैं वे राम नाम का सुमिरन और गायन करें, क्योंकि उन्हें राम नाम जप से ही मुक्ति मिल सकती है। उन्होंने कहा कि समस्त जीवों के पालक प्रभु श्रीराम ही हैं और मनुष्य की जीवन लीला समाप्त होने पर जीव के कल्याण के लिए राम नाम का ही सहारा लिया जाता है। आगे उन्होंने अपने संगीतमयी कथा में शिव विवाह का मनोहारी प्रस्तुतिकरण कर श्रोताओं को मन्त्रमुग्ध कर दिया। कथावाचक उमेशाचार्य महाराज ने कहा कि श्रीराम, सीता और लक्ष्मण के वनगमन के बाद मानो अयोध्या से भक्ति, ज्ञान और वैराग्य ही चला गया । इस मौके पर यज्ञकर्ता स्वामी शुभम दास महाराज, पं. सुभाष चंद्र तिवारी कुंदन, फौजदार सिंह, मुन्ना बाबा, राजनाथ पाण्डेय, बुलबुल सिंह, महंत संजय कुमार पाण्डेय, राममिलन सिंह, दिवाकर सिंह, हरिद्वार सिंह, हरिकेश चौबे, हाकिम बाबा, बेचू सिंह आदि लोग मौजूद रहे।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार