आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। नेशनल इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन (नीमा) के तत्वावधान एक होटल के सभागार में विश्व यूनानी दिवस के अवसर पर हकीम अजमल खान का जन्मोत्सव समारोह पूर्वक मनाया गया। सर्वप्रथम मुख्य अतिथि एसडीएम (न्यायिक) सगड़ी राजकुमार बैठा, क्षेत्रीय आयुर्वेदिक, यूनानी अधिकारी डॉ.गीता वर्मा, पूर्व नीमा अध्यक्ष डॉ.वीएस सिंह, डॉ.डीडी सिंह, नीमा अध्यक्ष डॉ. अजीम अहमद द्वारा संयुक्त रूप से हकीम अजमल खान के चित्र के सामने दीप प्रज्वलित कर उन्हें याद किया गया। तत्पश्चात मुख्य अतिथि राजकुमार बैठा को डॉ.वीएस सिंह और डॉ.अबु शहमा द्वारा बुके देकर स्वागत सम्मान किया गया। विशिष्ट अतिथि डॉ.गीता वर्मा को डॉ.आरती सिंह और डॉ.मनीषा मिश्रा द्वारा बुके देकर स्वागत सम्मान किया।
विश्व यूनानी दिवस के अवसर पर एक चिकित्सकीय संगोष्ठी का भी आयोजन किया गया जिसमें डॉ.शबनम परवीन, डॉ.शहजाद आलम और डॉ.अलाउद्दीन ने अपने विषय पर विस्तार से प्रकाश डाला। मुख्य अतिथि राजकुमार बैठा ने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड 19 के समय में यूनानी और आयुर्वेदिक दवाओं ने पूरी दुनिया को अपना लोहा मनवाया। इन्हीं दवाओं की वजह से ही हमारे देश में मृत्यु दर इतनी कम थी। विशिष्ट अतिथि डॉ.गीता वर्मा ने आज के परिवेश में यूनानी चिकित्सा के अपनत्व को सराहा तथा सभी चिकित्सकों से इसे और बढ़ाने के लिए प्रेरित किया। पूर्व अध्यक्ष डॉ.वीएस सिंह ने प्राचीन काल में आयुर्वेद और यूनानी की महत्ता और उपयोगिता का विशद वर्णन किया। डॉ.डीडी सिंह ने कहा कि सम्पूर्ण भारत देश में घर के किचन से ही आयुर्वेद और यूनानी की शुरुआत हो जाती है। हम हर रोज अपने खाने के मसाले के रूप में आयुर्वेदिक और यूनानी दवाओं का सेवन शुरू से ही करते आ रहे हैं। यही वजह है कि अन्य देशों की तुलना में हमारे देश में कोविड 19 का खतरा काफी कम था। अध्यक्षता पूर्व अध्यक्ष डॉ.वीएस सिंह तथा संचालन डॉ.अबु शहमा ने किया। विश्व यूनानी दिवस के अवसर पर जिले के यूनानी चिकित्सकों को मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि द्वारा सम्मानित किया गया।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार