रैली निकालकर दवाओं के मूल्य में हुई वृद्धि तत्काल वापस लेने की मांग
वाराणसी (सृष्टि मीडिया)। विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर केंद्र सरकार द्वारा आवश्यक दवाओं के मूल्य में किये गए भारी वृद्धि के खिलाफ सैकड़ों ग्रामीणों राजातालाब तहसील पर धरना प्रदर्शन किया। लोक समिति व स्वास्थ्य का अधिकार अभियान उत्तर प्रदेश के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में दर्जनों गाँवो से आये सैकड़ों की संख्या में दिहाड़ी मजदूर और महिलाएं ब्लाक मुख्यालय आराजी लाइन एकत्रित होकर खण्ड विकास अधिकारी को ज्ञापन सौपा। उसके बाद जीटी रोड पर रैली निकाली। रैली तहसील राजातालाब पहुँच कर जोरदार प्रदर्शन किया। सभी ने उपजिलाधिकारी उदयभान सिंह को ज्ञापन सौपा। प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन के माध्यम से सरकार से मूल्य वृद्धि तत्काल वापस लेने की मांग की। ग्रामीणों ने सरकार को चेतावनी दिया कि अगर जल्द माँग पूरा नही किया तो वे सड़क पर उतरकर गाँव-गाँव में उग्र प्रदर्शन को मजबूर होंगे।
देश में स्वास्थ्य का अधिकार कानून बनाने की माँग
बतादें, स्वास्थ्य अधिकार अभियान के संयोजक वल्लभ पाण्डेय ने कहा कि विगत दिनों राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (एनपीपीए) ने दर्द निवारक, विभिन्न संक्रमणों एवं हृदय, किडनी, अस्थमा, टीबी, संक्रमण, त्वचा, एनीमिया, डायबिटीज, रक्त चाप, एलर्जी, विषरोधी, खून पतला करने की दवा, कुष्ठ रोग, माइग्रेन, पार्किंसन, डिमेंशिया, साइकोथेरैपी, हार्मोन, उदर रोग आदि से सम्बन्धित लगभग 800 आवश्यक दवाओं के मूल्य को नए वित्तीय वर्ष में लगभग 11 प्रतिशत बढाने की संस्तुति दी है, जिसके बाद आज से दवाओं के दाम बढ़ेंगे। इस भारी वृद्धि से देश के आम आदमी पर बड़ा बोझ पड़ेगा।
इलाज के अभाव में होती हैं दिक्कत
नंदलाल मास्टर ने कहा कि तंगहाल गरीब जनता वैसे ही विगत दो तीन वर्षों से व्याप्त कोरोना संक्रमण काल में बेरोजगारी, महंगाई और आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है, ऐसे में आवश्यक दवाओं के मूल्य में वृद्धि से आम गरीब आदमी का इलाज करा पाना मुश्किल हो जायेगा। वे इलाज के अभाव में बेमौत मरने को मजबूर होंगे। ग्रामीणों ने प्रधानमंत्री को प्रेषित ज्ञापन के माध्यम से देश में स्वास्थ्य के अधिकार का कानून बनाने, स्वास्थ्य सेवाओं को सस्ता सुलभ और बेहतर बनाने, स्वास्थ्य का बजट बढाने, हर गाँव में एम्बुलेंस सेवा आदि की मांग किया।
इनकी रही उपस्थिति
मुकेश कुमार, सर्वजीत भारद्वाज, रामबाबू पटेल, रामप्रकाश यादव, संतोष यादव, चंद्रजीत यादव, महेश पांडेय, फादर प्रवीन, सच्चिदानंद, दीनदयाल सिंह, सूरज पाण्डेय रमेश, राजेश सिंह, प्रियंका, राजकुमार, श्यामसुंदर, मधुवाला, मंजीता, मैनब बानो, शिव कुमार, रामबचन आदि।
रिपोर्ट : अमन विश्वकर्मा