आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। ’जहां बसे वह सुंदर देसू, जो प्रति पालै वही नरेशू’। इस चौपाई के अर्थ से लगभग सभी वाकिफ हैं, लेकिन यहां तो नरेशू की नीयत ही गड़बड़ा गई और उसने न केवन बिना कारण काम से छुट्टी कर दी, बल्कि वेतन भी नहीं दिया। अब प्रयागराज और मध्यप्रदेश के दो युवाओं ने न्याय की उम्मीद में जिलाधिकारी दरबार में हाजिरी लगाई है। युवाओं का आरोप है कि रोटी के लिए कंपनी के साथ डीपीएम पद पर काम किया और अब खाली हाथ भटक रहे हैं।
मध्यप्रदेश के जिला जबलपुर के शुभम नेमा पुत्र सुरेश कुमार नेमा ने डीएम को दिए गए प्रार्थना पत्र के माध्यम से बताया कि जल जीवन मिशन में काम कर रही स्काईलार्क इन्फ्रा इंजीनियरिंग प्रालि. के कर्मचारी थे। कंपनी ने बिना वैध कारण और अग्रिम सूचना के 30 नवंबर 2023 को निकाल दिया और नवम्बर माह का वेतन आज तक नहीं दिया। कई बार कंपनी का चक्कर लगाने में बहुत पैसे खर्च हुए, किन्तु कोई समाधान नही निकला। परिवार में एक अकेला कमाने वाले युवा ने बताया कि अब आर्थिक स्थिति काफी खराब हो चुकी है, जिससे में मानसिक रूप से बहुत परेशान हूं, क्योंकि अब फोन करने पर इनके जनरल मैनेजर कुलदीप भाटी फोन भी नहीं उठाते।
इसी क्रम में जिला प्रयागराज के विभाश जायसवाल पुत्र विनोद कुमार जायसवाल ने डीएम को प्रार्थना पत्र देकर बकाया वेतन दिलाने की मांग की है। प्रार्थना पत्र के माध्यम से बताया कि जल जीवन मिशन में काम कर रही स्काईलार्क इन्फ्रा इंजीनियरिंग प्रालि में कर्मचारी थे। कंपनी ने बिना वैध कारण और अग्रिम सूचना के 26 जनवरी 2024 को निकाल दिया और जनवरी माह का वेतन आज तक नहीं दिया। कई बार कंपनी का चक्कर लगाने में आर्थिक नुकसान भी हो चुका है। खुद को परिवार में अकेला कमाने वाले विभाश ने भी खुद की आर्थिक स्थिति काफी खराब होने के साथ मानसिक परेशानी को भी प्रार्थना पत्र में व्यक्त किया है। दोनों ही युवाओं ने अपना वेतन दिनाने की डीएम से मांग की है। इस संबंध में इस संबंध में प्रोजेक्ट मैनेजर वीरेंद्र कुमार ने बताया कि इन दो कर्मचारियों का मामला हमारे संज्ञान में आया है कंपनी के उच्च अधिकारियों से बात करके सात दिनों के अंदर इनका हिसाब किताब फाइनल करने की बात हुई है।
रिपोर्ट-सुबास लाल