आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों की आनलाइन हाजिरी के विरोध में महिला शिक्षकों ने प्रदर्शन करते हुए बेसिक शिक्षा मंत्री को संबोधित 8 सूत्री मांगों का पत्रक जिला प्रशासन को सौंपा।
प्रदर्शन कर रही महिला शिक्षकों ने कहा कि अध्यापक कार्मिकों को अन्य विभागों की तरह हाफ डे लीव की सुविधा प्रदान की जाय। राज्य कर्मचारियों की भांति शिक्षकों को भी वर्ष में 30 दिन इएल औरमेडिकल की सुविधा प्रदान की जाय। विषम परिस्थितियां होने के कारण शिक्षकों को यदि विद्यालय पहुंचने में कभी विलम्ब होता है तो उन्हें उचित स्पष्टीकरण के उपरांत उपस्थित माना जाय। अवकाश के दिनों में सरकारी कार्यों के निष्पादन पर शिक्षकों, शिक्षामित्र, अनुदेशक, कार्मिकों को प्रतिकर अवकाश की सुविधा मानव सम्पदा पोर्टल के माध्यम से प्रदान की जाय। स्थानीय स्तर पर प्राकृतिक आपदा या अन्य किसी घटना के घटित होने पर बीइओ, बीएसए को आनलाइन उपस्थिति पर शिथिलता प्रदान करने का अधिकार दिया जाय। माह में 5 से 7 दिनां तक किसी विशेष परिस्थिति होने के कारण यदि शिक्षक 15 से 30 मिनट तक विद्यालय पहुंचने में विलम्ब हो जाता है तो संबंधित शिक्षक के आकस्मिक अवकाश से एक आकस्मिक अवकाश समायोजित किया जाय। बिना किसी उचित स्पष्टीकरण लिए विभागीय कार्यवाही नहीं किया जाय। सभी अध्यापकों को केंद्र की भांति सुविधा मुहैया करायी जाय। इस अवसर पर शिखा मौर्य, प्रतिभा श्रीवास्तव, अंशु अस्थाना, सीमा गौतम, केपी सिंह, अम्बरीष श्रीवास्तव, शैलेन्द्र यादव, प्रमिला, ममता राय, स्नेहलता राय, सरोज मौर्य, प्रतिभा पाठक, प्रज्ञा राय, शालिनी राय, शिप्रा यादव, क्रांति आर्य, मनोज त्रिपाठी, वंदना राय, अंजू राय, सिम्पल सिंह, रीता यादव, पूनम मिश्रा, जया श्रीवास्तव, आभा राय, रुक्मिणी कुशवाहा, मीरा सिंह, नीता जायसवाल, अनुपमा दूबे, प्रियंका चतुर्वेदी, उमा सरोज आदि मौजूद रहीं।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार