दो बच्चों को गंवा चुकी महिला को ’आशीर्वाद’ से मिला जीवन

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आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। होनी को तो कोई टाल नहीं सकता, लेकिन माध्यम तो बन ही जाता है। कुछ ऐसा ही हुआ सर्पदंश के शिकार तीन लोगों के साथ। वाराणसी ले जाते समय बेटे और इलाज के दौरान बेटी को गंवा चुकी महिला के साथ। इलाज का खर्च वहन करने में असमर्थ हो चुके परिवार को जानकारी हुई तो महिला को लेकर खरिहानी स्थित आशीर्वाद क्लीनिक पहुंचे। वहां के चिकित्सक नरेंद्र पांडेय ने पूरी स्थिति जानने के बाद महिला का मुफ्त में इलाज की बात कही। इलाज के बाद डाक्टर ने हालत में सुधार बताया है।
लालगंज तहसील क्षेत्र के सलेमपुर में शनिवार की देर रात एक ही बिस्तर पर सोई इंद्रकला, उसके बेटे विराट, बेटी स्वीटी को सर्प ने डंस लिया था। स्वजन तीनों को लालगंज अस्पताल ले गए, जहां इंजेक्शन लगाने के बाद हालत गम्भीर देख जौनपुर के लिए रेफर कर दिया गया। स्वजनों ने सदर अस्पताल जौनपुर में भर्ती कराया, जहां से हालत गंभीर देख चिकित्सकों ने वाराणसी ले जाने की सलाह दी। स्वजन निजी वाहन से वाराणसी जा रहे थे कि रास्ते मंे ही एक वर्षीय बेटे की मौत हो गई, जबकि वाराणसी में इलाज के दौरान तीसरे दिन बेटी ने भी दम तोड़ दिया। स्वजनों का वहां के इलाज पर भरोसा टूटा, तो इंद्रकला के पति शेखर राज ने मंगलवार को दोपहर बाद खरिहानी बाजार स्थित आशीर्वाद क्लीनिक में भर्ती कराया। बुधवार की देर शाम महिला को डिस्चार्ज करने के साथ डाक्टर ने हर दिन चेकअप की सलाह दी। चिकित्सक की सलाह के अनुसार शुक्रवार को पत्नी को लेकर खरिहानी पहुंचे शेखर राज ने डाक्टर के प्रति आभार जताने के साथ बताया कि इंद्रकला अब लगभग ठीक है। शायद पहले आते तो बेटे और बेटी को भी बचाया जा सकता था।
रिपोर्ट-सुबास लाल

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