आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। सगड़ी तहसील के उत्तरी क्षेत्र में बहने वाली सरयू नदी का जलस्तर 24 घंटे में 07 सेमी कमी के साथ शुक्रवार को खतरा निशान से 51 सेमी नीचे पहुंच गया। राहत की बात यह भी कि 88वें दिन तीन बैराजों से पानी नहीं छोड़ा गया। जो स्थिति फिलहाल है, उसमें ग्रामीणों के माथे से चिंता की लकीरें कम होने लगी हैं। उम्मीद है कि नवरात्र में नदी का पानी अपने मूल स्थान पर पहुंच जाएगा।
हालांकि, अभी भी आधा दर्जन गांवों के रास्तों के डूबने से आवागमन के लिए नाव का सहारा लेना पड़ रहा है, तो वहीं सहबदिया में धीमी गति से कटान जारी रही। हरे चारे का संकट अभी बरकरार है।
शुक्रवार को एक बार फिर बाढ़ की वापसी शुरू हुई तो 10वीं बार फिर उफान मारने लगी थी। अब तक 2 करोड़ 23 लाख 01 हजार 184 क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है। बीच में 18वें दिन 25 जुलाई, 55वें दिन 1 सितंबर, 66वें दिन 12 सितंबर, 79वें दिन 25 सितंबर व 86वें दिन 2 अक्टूबर व 88वें दिन 4 अक्टूबर को पानी नहीं छोड़ा गया। मुख्य गेज स्थल बदरहुआ नाले के पास खतरा निशान 71.68 मीटर है। गुरुवार को यहां पर जलस्तर 71.24 मीटर रिकार्ड किया गया था, जबकि शुक्रवार को सात सेमी कमी के साथ 71.07 मीटर पर पहुंच गया। इस प्रकार नदी खतरा निशान से 51 सेमी नीचे बह रही थी।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव