लालगंज आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। स्थानीय नगर पंचायत के सिविल लाइन्स वार्ड में आयोजित सात दिवसीय श्रीराम कथा के चौथे दिन मंगलवार को गणेश चतुर्थी पर कथावाचक आराधना देवी काशी ने आयोजक डा.सत्यप्रिय सिंह के संयोजकत्व में यजमान संजीव सिंह व रंजना सिंह ने नगरवासियों के साथ आरती-पूजन कर श्रीराम कथा का शुभारम्भ किया।
कथावाचक आराधना देवी ने श्रद्धालुओं को श्रीराम कथा सुनाते हुए कहा कि जब-जब धरती पर त्राहि-त्राहि मची, अत्याचारियों के अत्याचार बढ़े, तब-तब भगवान ने अवतार लिया व धरती से पाप व अत्याचार को मिटाकर धरती का उद्धार किया। इस दो अक्षर से बने राम नाम की महिमा भी अपरंपार है। राम नाम का स्मरण करके हम जीवन के कष्टों का निवारण कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि भगवान राम की चारित्रिक विशेषताएं, उनका जीवन व शिक्षाएं आज भी सर्वथा प्रासंगिक हैं। चैत्र शुक्ल नवमी के दिन तेत्रा युग में रघुकुल शिरोमणि महाराज दशरथ एवं महारानी कौशल्या के यहां अखिल ब्रह्मांड नायक अखिलेश ने पुत्र के रूप में जन्म लिया था। उनके सौंदर्य व तेज को देखकर उनके नेत्र तृप्त नहीं हो रहे थे। श्रीराम के जन्मोत्सव को देखकर देवलोक भी अवध के सामने फीका लग रहा था। इस अवसर पर राममिलन पाठक गुरुजी, जिला प्रचारक अवनीश, कृपा शंकर सिंह, प्रभात कुमार सिंह, डॉ.देवाशीष शुक्ला, डॉ.प्रदीप कुमार राय, महेंद्र सिंह, संजीव सिंह, इंद्रसेन सिंह, गौरव रघुवंशी, पीयूष पांडेय, कृष्ण कुमार राय, प्रशांत वर्मा, अखिलेश मिश्रा, आलोक श्रीवास्तव, नीरज सिंह, राजीव सिंह, राजेंद्र सोनकर, दिलीप मोदनवाल, दिनेश गुप्त, संजीव, आदित्य, दिनेश यादव, सुषमा सिंह, रेखा सिंह, जया यादव, साधना सिंह, रंजना सिंह, बबिता सिंह, सरोज सिंह, संध्या राय, योगिता गुप्ता, बबिता गुप्ता, संध्या उपाध्याय, सरोज सिंह, बेबी सिंह, सन्तरा सोनकर आदि उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-मकसूद अहमद