तेरा तुझको अर्पण क्या लागे मेरा की तर्ज पर करते काम

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आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। सरकारी स्तर पर तो हर साल पौधारोपण अभियान चलाया जाता है, लेकिन रोपण के बाद उसका संरक्षण बहुत कम ही हो पाता है। लेकिन… इनके पौधारोपण का अंदाज ही सबसे अलग दिखता है।
दरअसल समाजिक संगठन प्रयास द्वारा पौधारोपण के लिए दूसरों का सहयोग लिया जाता है और संगठन उसके रोपण से लेकर संरक्षण तक में अपना श्रमदान करता है। यहां तक कि सुरक्षा के लिए ट्री गार्ड लगाने से लेकर समय-समय पर पानी डालने से लेकर वृद्धि के लिए छंटाई भी की जाती है। हां, सहयोग करने वाले के नाम का बोर्ड जरूर लगवाता है।
बारिश के मौसम में पहले के रोपित पौधों की छंटाई के बाद संगठन ने रोपण का काम शुरू कर दिया है।
संगठन के मुखिया रणजीत सिंह ने बताया कि पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए चार वर्षों से सुरक्षित पौधारोपण का कार्य किया जा रहा है। अभी तक कुल 355 पौधे सुरक्षित ट्री गार्ड सहित लगाए हैं तथा समय-समय पर इन पौधों की देखरेख प्रयास संस्था द्वारा निरंतर की जाती है। उसी क्रम में पिछले दिनों कलेक्ट्रेट क्षेत्र में लगाए गए पौधों की डालों की कटाई छंटाई की गई। इस वर्ष भी संस्था का लक्ष्य कम से कम 100 पौधे लगाकर उन्हें बचाना है।
रिपोर्ट-सुबास लाल

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