आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। उत्तर प्रदेश के बुनकरों को लूम चलाने के लिए मार्च 23 तक एक रूम पर एक किलो वाट बिजली के लिए 183 रुपया देना पड़ता था अब यानी एक अप्रैल 2023 से उत्तर प्रदेश सरकार 800 रुपए से ज्यादा वसूल रही है जो सरासर गलत है। धागे पर 12 प्रतिशत तथा तैयार साड़ी कपड़े पर 5 प्रतिशत जीएसटी लगता है। सरकार के इस अन्याय पूर्ण रवैया से बुनकारी का धंधा 50 प्रतिशत पूरी तरह से बंद हो गया है। उक्त बातें ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व सांसद अली अनवर अंसारी, उपाध्यक्ष हाजी निसार अहमद तथा प्रदेश अध्यक्ष रफीक अंसारी ने एक प्रेस वार्ता के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि खेतों के बाद सबसे ज्यादा लोगों को रोजगार देने वाले इस धंधे के साथ सरकार ऐसा रवैया कर रही है। यहां के बुनकरों का तैयार माल महंगा होने के कारण नहीं बिक रहा है। श्री अनवर ने पत्रकारों से एक सवाल के जवाब में कहा कि भाजपा सरकार एक तरफ तो पसमांदा मुसलमानों से इतने की बात करती है लेकिन अमल में उनके धंधे को तबाह करने पर तुली हुई है। मॉबलिंचिंग तथा सरकारी बुलडोजर से भी ज्यादा शिकार पसमांदा मुसलमान ही होता है। श्री अनवर ने भाजपा की केंद्र सरकार पर यह भी आरोप लगाया कि दलित मुसलमान और दलित ईसाइयों को आरक्षण के सवाल पर सुप्रीम कोर्ट में चल रहे मुकदमों में लिखकर दे दिया है कि वह इस तरह के आरक्षण हरगिज़ नहीं देगी। इस अवसर पर नसीमुद्दीन अंसारी, इंतखाब आलम, अंसार अहमद तथा सिराज अहमद कुरेशी, वसीम अहमद, मोहम्मद राशिद आदि मौजूद रहे।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार