आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। चार दिनों तक उफान मारने के बाद बुधवार से शांत हो रही सरयू नदी की लहरें शुक्रवार को खतरा निशान से 8 सेंटीमीटर पीछे लौट गईं, लेकिन मुश्किलें बदस्तूर हैं। आसपास के निचले इलाकों में जल जमाव के कारण मच्छरों का प्रकोप काफी बढ़ गया है लेकिन अभी तक दवा का छिड़काव करना जिम्मेदारों ने जरूरी नहीं समझा। इस बीच प्रशासन ने घटते जलस्तर को देख नावों की संख्या 151 से घटाकर 88 कर दी है। पानी कम होने के साथ झगरहवा, बगहवा, परसिया व सबदिया में एक बार फिर मंद गति से कटान शुरू हो गई है।
24 घंटे में 83 सेंटीमीटर की कमी के बाद जलस्तर खतरा निशान से 8 सेंटीमीटर नीचे 71.60 मीटर दर्ज किया गया। हालांकि अभी भी क्षेत्र के 25 गांव की लगभग 19000 की आबादी बाढ़ से प्रभावित है। सगड़ी तहसील क्षेत्र के उत्तरी क्षेत्र में बहने वाली सरयू नदी के जलस्तर ने मंगलवार को इस साल का सारा रिकार्ड तोड़ दिया था। खंड शिक्षाधिकारी हरैया अशोक कुमार राय ने बताया कि अभी भी क्षेत्र के 20 परिषदीय विद्यालयों में स्थिति के अनुसार बच्चों के लिए अवकाश रहेगा। नदी के जलस्तर में कई दिनों तक कमी के बाद शनिवार से नौवीं बार शुरू उफान बुधवार से थमना जरूर शुरू हो गया, लेकिन दुश्वारियां कम नहीं हुई हैं।
इस बीच 74वें दिन शुक्रवार को भी 2,45,755 क्यूसेक पानी छोड़े जाने से ग्रामीणों की चिंता बरकरार है। अब तक 2,03,71,346 क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है। बीच में 18वें दिन 25 जुलाई, 55वें दिन एक सितंबर और 66वें दिन 12 सितंबर को पानी नहीं छोड़ा गया था। मुख्य माप स्थल बदरहुआ नाले के पास खतरा निशान 71.68 मीटर है। गुरुवार को जलस्तर 72.43 मीटर रिकार्ड किया गया था, जबकि शुक्रवार को 71.60 मीटर दर्ज किया गया। दूसरी ओर सितंबर महीने के अंत तक जलस्तर में उतार-चढ़ाव के कारण प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड में दिख रहा है। राजस्व निरीक्षक अनिल सिंह ने बताया कि जरूरत के अनुसार नावों की संख्या तय की जा रही है।
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बाढ़ पीड़ितों के लिए पहुंची राहत सामग्री
आजमगढ़। देवारा क्षेत्र में बाढ़ से प्रभावित लोगों के लिए प्रशासन ने एक बार फिर राहत सामग्री की व्यवस्था की है। शुक्रवार को रौनापार स्थित वर्मा श्याम दुलारी डिग्री कालेज पर राहत सामग्री से भरा ट्रक पहुंचा और मजदूर उसे उतारने लगे। इस दौरान तहसीलदार विवेकानंद दुबे और पूर्व विधायक भी वहां पहुंचीं। पूर्व विधायक ने तहसीलदार से वितरण की व्यवस्था के बारे में जानकारी ली।
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समस्याओं की नदी में सियासी नाव चला गए सांसद
आजमगढ़। सरयू नदी की बाढ़ में डूबते-उतराते देवारा वासियों के बीच पहुंचे आजमगढ़ सांसद धर्मेंद्र सिंह यादव समस्याओं की नदी में सियासत की नाव दौड़ाने में पीछे नहीं रहे। चार साल पहले 2020 की बाढ़ में बेलहिया में सरयू नदी की शाखा पर बने पुल के बहने और उसके निर्माण के सवाल पर कहा कि आज अगर सपा की सरकार होती तो आप लोगों को प्रश्न पूछने की जरूरत नहीं पड़ती। उनके इस जवाब का आशय कोई भी व्यक्ति आसानी से समझ सकता है। सांसद ने बाढ़ क्षेत्र के महुला, गांगेपुर, हाजीपुर, भदौरा, नैनीजोर, खरैलिया, हैदराबाद, इस्माइलपुर आदि गांवों का भ्रमण किया। हाजीपुर में कटान से प्रभावित ग्रामीणों को मुआवजे की बात पर जवाब दिया कि इसकी मांग लगातार उठाई जा रही है।
रिपोर्ट-सुबास लाल