खतरा निशान से 1.13 मीटर ऊपर पहुंचा जलस्तर, 25 गांव बाढ़ से घिरे

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आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। सगड़ी तहसील क्षेत्र के उत्तरी क्षेत्र में बहने वाली सरयू नदी के जलस्तर ने मंगलवार को इस साल का सारा रिकार्ड तोड़ दिया। पहली बार नदी का जलस्तर खतरा निशान से 1.13 मीटर ऊपर रिकार्ड किया गया। 24 घंटे मेें 23 सेमी वृद्धि के साथ कटान तो रुक गई है, लेकिन अचानक पानी बढ़ने से देवारा क्षेत्र के 25 गांव बाढ़ के पानी से पूरी तरह से घिर गए हैं। प्रशासन की नजर में लगभग 19 हजार की आबादी बाढ़ से प्रभावित है। हालात को देखते हुए नाव की संख्या 53 से बढ़ाकर 133 कर दी गई है। बढ़ते जलस्तर के साथ तेज हवा के कारण परसिया से टेकनपुर तक जगह-जगह महुला-गढ़वल बांध की मिट्टी में कटान भी शुरू हो गई। बाढ़ के कर्मचारी मिट्टी की बोरियां और बांस आदि के सहारे कटान रोकने की कवायद में जुटे थे।
इस बीच सभी बाढ़ चौकियों का निरीक्षण करने निकले एसडीएम नरेंद्र कुमार गंगवार ने सभी कर्मचारियों को अलर्ट रहने और हर पल की जानकारी उपलब्ध कराते रहने का निर्देश दिया है। नदी के जलस्तर में कई दिनों तक कमी के बाद शनिवार से नौवीं बार शुरू उफान मंगलवार को भी जारी रही। जलस्तर में चार दिनों से हो रही वृद्धि से देवारा क्षेत्र के ग्रामीणों में एक बार फिर हाहाकार की स्थिति पैदा हो गई है।
हालांकि, पानी बढ़ने के बाद सभी स्थानों पर कटान थम गई है। वहीं देवारा क्षेत्र के 25 गांवों के रास्ते पानी में डूबने के साथ आबादी भी बाढ़ से घिर गई है। इस बीच 71वें दिन सोमवार को भी 2,85,974 क्यूसेक पानी छोड़े जाने से जलस्तर और भी बढ़ने की संभावना बढ़ गई है। इस प्रकार अब तक 1,95,85,266 क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है। बीच में 18वें दिन 25 जुलाई, 55वें दिन एक सितंबर और 66वें दिन 12 सितंबर को पानी नहीं छोड़ा गया था। मुख्य माप स्थल बदरहुआ नाले के पास खतरा निशान 71.68 मीटर है। सोमवार को यहां का जलस्तर 72.58 मीटर था, जबकि मंगलवार को 23 सेमी बढ़कर 72.81 मीटर पहुंच गया। दूसरी ओर सितंबर महीने के अंत तक जलस्तर में उतार-चढ़ाव के कारण प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड में दिख रहा है।
इनसेट–
बाढ़ क्षेत्र के 25 गांवों में लगाई गई 133 नाव

आजमगढ़। सरयू नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि और 25 गांवों के घिरने के बाद प्रशासन ने नाव की संख्या 53 से बढ़ाकर 133 कर दी है। राजस्व निरीक्षक अनिल सिंह ने बताया कि सोनौरा में 4, मानिकपुर में 2, चक्की हाजीपुर में 12, अजगरा मगर्बी में 3, हाजीपुर में 1, बांका में 14, शाहडीह मंे 4, अराजी अजगरा मगर्बी में 5, देवारा खास राजा में 30, अराजी अजगरा मशर्की में 13, बूढ़नपट्टी में 14, भदौरा में 4, सेमरी में 2, अभ्भनपट्टी में 9, पहाड़पुर में 2, अराजी नौबरार करखिया किता प्रथम में 3, उर्दिहा में 3, देवारा गरीब दुबे में 2, देवारा अचल सिंह में 1, देवारा रामसरन दुबे में 1, देवारा खीरूजोत में 1, रघुनाथ तिवारी में 1, गोविंद लाल में 1, महाजी देवारा जदीद में 1 नाव की व्यवस्था मंगलवार को की गई।
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अभी 48 घंटे रहेगा पांच लाख क्यूसेक पानी का असर: सचदेवा

आजमगढ़। महुला-गढ़वल बांध की मिट्टी कटने की जानकारी पर बाढ़ क्षेत्र का निरीक्षण करने मंगलवार को निकले बाढ़ खंड के अधिशासी अभियंता अरुण सचदेवा ने इसे 14 सितंबर को तीन बैराजों से एक साथ 5,17,767 क्यूसेक पानी छोड़े जाने का नतीजा बताया। कहा कि अभी पानी का असर 48 घंटे तक रहने की संभावना है। किसी को घबराने की जरूरत नहीं है। हम और हमारे अधीनस्थ पूरे क्षेत्र की स्थिति पर हर पल नजर रख रहे हैं। जरूरत के मुताबिक काम भी कराया जा रहा है।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव

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