जलस्तर खतरा निशान से 94 सेमी पार, 17 गांवों की 14 हजार आबादी बाढ़ से घिरी

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आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। सगड़ी तहसील के उत्तर देवारा क्षेत्र में बहने वाली सरयू नदी एक बार फिर से उफान मारी तो रुकने का नाम नहीं ले रही है। रविवार को इस वर्ष के अब तक का रिकार्ड टूटा और जलस्तर मुख्य माप स्थल बदरहुआ नाले के पास खतरा निशान 71.68 मीटर से 94 सेमी ऊपर पहुंच गया। यानी जलस्तर 72.62 मीटर रिकार्ड किया गया। यहां पर शनिवार की शाम चार बजे 72.52 मीटर दर्ज किया गया था।
हालांकि, 24 घंटे के अंदर जलस्तर में मात्र 10 सेमी की वृद्धि से जलस्तर स्थिर होने की उम्मी जताई जा रही है। बाढ़ का पानी महुला-गढ़वल बांध तक पहुंचने के बाद 17 गांवों की 14 हजार आबादी पूरी तरह से प्रभावित हो गई है। हालात को देखते हुए बांध के उत्तरी क्षेत्र के कक्षा एक से आठ तक के सभी परिषदीय व निजी विद्यालयों को बंद करने का निर्देश शनिवार को ही दिया जा चुका है, तो वहीं आपात स्थिति से निपटने के लिए पीएसी की फ्लड कंपनी तैनात कर दी गई है।
जलस्तर मंे वृद्धि को देखते हुए नाव की संख्या 36 से बढ़ाकर 61 कर दी गई है। चक्की हाजीपुर में 10, सोनौरा में 3, हाजीपुर में एक, बांका 5, मानिकपुर में दो, हाजीपुर में एक, शाहडीह में 4, अजगरा मगर्बी में 3, अराजी अजगरा मगर्बी 4, देवारा गरीब दुबे में 1, देवारा आंचल सिंह में एक, देवारा खास राजा में 8, बूढ़नपट्टी में 6, भदौरा 4, अभ्भनपट्टी में 3, सेमरी में 1, पहाड़पुर में 1, महाजी देवारा जदीद में 1 नावों का संचालन हो रहा है।
देवारा खास राजा ग्रामसभा के झगरहवा का पुरवा, कोमल का पुरवा, बासू का पुरवा, बगहवा का पुरवा, चक्की हाजीपुर, लाला का पुरवा, पालकी का पुरवा, बांका, बूढ़नपट्टी, सोनौरा, अजगरा मगर्बी, अभ्भन पट्टी, भदौरा, शाहडीह सहित 17 गांव बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। रास्ते एक बार फिर डूबने से पशुओं के लिए हरे चारे का इंतजाम चुनौती बन गई है, क्योंकि नाव के सहारे चारा लाना मुश्किल हो रहा है।
इस बीच अड़तालीसवें दिन भी गिरजा, शारदा व सरयू बैराजों से छोड़े गए 3,10,192 क्यूसेक पानी से बाढ़ का खतरा बरकरार है। इस प्रकार अब तक 1,34,83,409 क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है। बीच में 25 जुलाई को पानी नहीं छोड़ा गया था।
रिपोर्ट-सुबास लाल

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