आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। मानवाधिकार दिवस पर अन्तर्राष्ट्रीय मानवाधिकार सुरक्षा परिषद द्वारा रविवार को बलरामपुर स्थित कार्यालय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में प्रो.इन्द्रजीत श्री दुर्गा जी महाविद्यालय चण्डेश्वर व महासचिव महाराजा सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय शिक्षक संघ मौजूद रहे।
डॉ. इन्द्रजीत ने कहा कि आजादी के बाद हमने सोचा था कि हमारे अधिकार एवं हक स्वतः मिल जायेंगे, परन्तु अंततः ऐसा नहीं हुआ। समाज के हक अधिकार का हनन बड़े पैमाने पर आज भी जारी है। जिलाध्यक्ष डॉ. धर्मेन्द्र कुमार ने कहा कि मानवता व इंसानियत ही मानव का सच्चा धर्म है। एडवोकेट राजेश यादव ने कहा कि अन्याय मुक्त शासन व जुल्म के खिलाफ लोगों को इस देश में विद्रोह कर देना चाहिए। अध्यक्षता कर रहे परिषद के प्रदेश अध्यक्ष लाल बहादुर त्यागी ने कहा कि संविधान में मानव सुरक्षा सम्मान के लिए अधिकार दिए गए है। किन्तु यहां के शासक वर्ग की मंशा ठीक नहीं है। जिसके परिणाम स्वरूप सारी समस्या उत्पन्न हुई है और मानवता शर्मसार हो रही है। संचालन दुर्ग विजय यादव ने किया।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार