लालगंज आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। स्थानीय विकास खंड के ग्राम पंचायत बहादुरपुर के बैरमपुर के ग्रामीणों द्वारा 14 अक्टूबर को मूर्ति विसर्जन पर हुआ बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। ग्राम पंचायत बड़ागांव के ग्रामवासी सैकड़ों की संख्या में तहसील लालगंज पहुंचकर उप जिलाधिकारी लालगंज को मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार को सौंपे।
ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम सभा में सार्वजनिक पोखरे में गांव के ही एक व्यक्ति द्वारा अवैध रूप से मत्स्य पालन के लिए आवंटन करा लिया गया है। जिससे धार्मिक अनुष्ठान करने पर रोक लगाई जा रही है। कोई भी आयोजन जो पोखरे के किनारे होता था उसे अब तक रोका नहीं गया था पर अब रोक लगाई जा रही है, जो हिन्दू परंपरा के विरुद्ध है। पूर्व में दुर्गा प्रतिमा, गणेश प्रतिमा, लक्ष्मी प्रतिमा का विसर्जन होता आया है। छठ पूजा गांव की महिलाएं पोखरे के किनारे करती आई हैं। प्रतिमा विसर्जन पर रोक लगाए जाने पर ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। इसके बाद दुर्गा प्रतिमा का विसर्जन प्रशासन द्वारा सार्वजनिक पोखरे में कराया गया था। आरोप है कि पुलिस प्रशासन द्वारा गांव के लोगों के खिलाफ मुकदमा करने की धमकी दी जा रही है। कहा जा रहा है कि पोखरी में किसी पर प्रकार का धार्मिक अनुष्ठान नहीं करने दिया जाएगा। इससे ग्रामीणों में काफी आक्रोश है।
ग्रामीणों ने पोखरे का पट्टा निरस्त कर सार्वजनिक पोखरे में धार्मिक अनुष्ठान करने की अनुमति प्रदान करने की मांग की है। मौजा बैरमपुर में सार्वजनिक पोखरा पर किसी प्रकार का प्रतिबंध न लगाया जाए। इस अवसर पर अमरदेव चौहन, रामसिंह, विनोद, दीपचंद, लालबहादुर, अनिल, रामसूरत, नंदलाल, दीपक, चंद्रशेखर, सोनू आदि ग्रामीण उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-मकसूद अहमद