फूलपुर आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। ग्रामीणों को गांव में ही सुविधाएं मिल सके, इसके लिए सरकार द्वारा गांवों में पंचायत भवन का निर्माण कराया गया है। कुछ गांवों में अभी भी पंचायत भवन नहीं बने हैं। जिन गांवों में पंचायत भवन का निर्माण हुआ है, उन गांवों में भी ग्रामीणों को जरूरी सुविधाएं नहीं मिल रही हैं।
फूलपुर विकास खण्ड में 89 ग्राम पंचायते हैं। इन ग्राम पंचायतों में सरकार द्वारा लाखों रुपये खर्च कर पंचायत भवन का निर्माण कराया गया है। ग्रामीणों को गांव में ही सुविधा मिल सके, इसके लिए पंचायत सहायक की नियुक्ति भी की गई है। लेकिन विभागीय अधिकरियों एवं कर्मचारियों की उदासीनता के चलते ग्रामीणों को जनसेवा केंद्र का सहारा लेना पड़ रहा है। जहां पर उन्हें अधिक धन खर्च करना पड़ रहा है। ग्रामीण परिवार रजिस्टर की नकल, कृषि सम्बन्धी छूट, निशुल्क बीज के लिए होने वाला रजिस्टेªशन जनसेवा केंद्रों से करा रहे हैं। इसके लिए उन्हें घंटो जनसेवा केंद्र पर बैठना पड़ता है। ग्रामीणों को फूलपुर ब्लाक क्षेत्र के गांव पन्द्रह से बीस किलोमीटर दूर जौनपुर की सीमा पर स्थित हैं, जहां से ग्रामीणों को जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए तहसील से आवेदन करने के बाद ब्लाक से सारी प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद पुनः ब्लाक पर ही ऑनलाइन जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए आना पड़ता है। जिससे गांव के गरीब असहाय किसान मजदूर का आर्थिक शोषण के साथ शारीरिक शोषण हो रहा है।
ग्रामीण बतीस यादव, बहादुर, मो.आमिर, हसीब अहमद, अजय सिंह, प्रमोद बनवासी आदि ने स्थानीय प्रशासन एवं जिले के उच्चअधिकारियों का ध्यान इस समस्या की तरफ आकृष्ट कराते हुए गांव स्तर पर निदान कराने की मांग की है।
इस सम्बंध में उपजिलाधिकारी फूलपुर अशोक कुमार ने बताया कि जन्म प्रमाण पत्र की ऑनलाइन स्वीकृति के बाद गांव के सचिव को प्रमाण पत्र जारी करना है। गांव स्तर पर आज ही विकास खण्ड अधिकारी से बात करता हूं। ग्रामीणों को गांव स्तर पर सुविधा प्रदान की जाय।
रिपोर्ट-मुन्ना पाण्डेय