भाजपा शासन में अघोषित आपातकाल: अजय लल्लू

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जेल से बैरंग लौटे कांग्रेस नेता, पत्रकारों के लिए सड़क पर संघर्ष करेगी पार्टी

आजमगढ़ (सृष्टि मीडिया)। यूपी बोर्ड की परीक्षा में पेपर लीक की खबर प्रकाशित करने के जुर्म में इन दिनों मंडल कारागार में बंद बलिया के पत्रकारों से मिलने पहुंचे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय कुमार लल्लू को जेल प्रशासन ने उन्हें बिना मुलाकात कराये बैरंग लौटा दिया।
कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रहे अजय कुमार लल्लू रविवार को मंडल कारागार में निरुद्ध बलिया जिले के पत्रकार अजीत कुमार ओझा, मनोज गुप्ता एवं दिग्विजय सिंह से मुलाकात करने शिष्टमंडल के साथ लखनऊ से पहुंचे। बंदी पत्रकारों से मुलाकात के लिए जेल मैनुअल के अनुसार अर्जी लगाई। पीड़ित पत्रकारों से मिलने पहुंचे कांग्रेस नेता को आजमगढ़ जेल प्रशासन ने यह कहते हुए मुलाकात कराने से इंकार कर दिया कि इसके लिए शासन से जारी अनुमति पत्र प्रस्तुत करना होगा। जेल प्रशासन के इस रवैये से दुखी अजय कुमार लल्लू ने कहा कि पत्रकारों को जेल में बंद करना सच की आवाज को दबाना है। यदि सरकार की कारगुजारियों पर पत्रकारों ने सवाल खड़ा किया है तो सरकार को उसमें सुधार करने का कार्य करना चाहिए था लेकिन उन्होंने आवाज को ही दबा दिया। बलिया से आजमगढ़ में लाकर बंद कर दिया। लोकतंत्र की परिपाटी है कि ऐसे मामले में जेल में बंद लोगों से वस्तुस्थिति जानने के लिए राजनीतिक दल के नेता उनसे मिलते हैं। ऐसे में जब वह शिष्टमंडल के साथ पहुंचे तो उनको रोक दिया गया, यह अघोषित इमरजेंसी जैसा है। उन्होंने कहा कि बंदी बनाए गए पत्रकारों से मिलने के लिए बकायदा पर्ची लगाई थी लेकिन उनको यह कहकर रोक दिया गया कि शासन से निर्देश लेकर आना पड़ेगा। अजय कुमार लल्लू ने कहा कि पत्रकारों के साथ हुए अन्याय के मामले में कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी और सड़कों पर संघर्ष करेगी।

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