आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। जनपद में इन दिनों परिजनों से डांट पड़ने या मांगे पूरी न होने पर नाराज होकर घर छोड़ कर बच्चे निकल जा रहे है और इसमें नाबालिग लड़के लड़कियों की संख्या अधिक है। पिछले एक पखवारे में आधा दर्जन नाबालिग ऐसे बच्चों को जीआरपी ने परिजनों को सौंपा।
सोमवार को भी आजमगढ़ रेलवे स्टेशन पर दो नाबालिग बच्चे संदेहास्पद स्थिति पर प्लेट फार्म नंबर एक पर जीआरपी जवानों ने देखा और उनसे जब पूछताछ की तो पता चला कि वह परिजनों से नाराज होकर निकले हैं और ट्रेन पकड़ कर अन्यत्र कहीं जाने की फिराक में थे। हालांकि जीआरपी नाबालिग दोनों बच्चों को थाने ले आई साथ ही इसकी सूचना परिजनों को दी। परिवार के सदस्यों के पहुंचने पर बच्चों को उन्हें सौंप दिया गया।
प्रभारी निरीक्षक नासिर हुसैन, उपनिरीक्षक धर्मराज, कांस्टेबल सुनील कुमार यादव व कांस्टेबल धनन्जय कुमार यादव के साथ चेकिंग कर रहे थे। इसी दौरान प्लेट फार्म नम्बर एक पर दो नाबालिक लड़के संदेहास्पद स्थिति में परेशान दिख रहे थे। उक्त दोनो से जब पूछताछ किया गया तो उक्त बालक अपना नाम जाईद पुत्र मोहम्मद इरसाद निवासी पक्का पोखरा थाना शाहगंज जनपद जौनपुर तथा अल्तमस पुत्र कमरुद्दीन पक्का पोखरा थाना शांहगंज जनपद जौनपुर बताया और घर पर बिना बताये कहीं अन्यत्र जाने के उद्देश्य से रेलवे स्टेशन आजमगढ़ आने की बात बताया। जिसको पीएफ ड्यूटी के संरक्षण में प्रदान कर थाना पर लाया गया और परिजनो को सूचना दिया गया। सूचना पर उक्त दोनों बालक की माता शाहरुन निशा पत्नी मोहम्मद इरशाद पक्का पोखरा थाना शाहगंज व मैमून निशा पत्नी कमरुद्दीन पक्का पोखरा थाना शाहगंज अपने रिश्तेदारों के साथ थाना पहुंची। जीआरपी ने आवश्यक कार्रवाई करते हुए दोनो नाबालिग बच्चों को उनकी मां को सुपुर्द कर दिया।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार