आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। साइबर थाने की पुलिस टीम ने सोमवार की सुबह मुखबिर की सूचना पर रानी की सराय चेकपोस्ट तिराहे से लोगों से फर्जी मोबाइल नंबरों की फीडिंग कराकर साइबर फ्राड करने वाले दो अंतरप्रांतीय साइबर ठगी गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि तीन फरार हो गए। पकड़े गए आरोपितों में बरदह थाना क्षेत्र के गोठांव गांव निवासी मो. फैसल और निजामाबाद थाना नंदनगर गांव निवासी कुलदीप गौतम शामिल हैं। तलाशी के दौरान उनके पास से तीन मोबाइल फोन, दो पैनकार्ड, पांच आधार, 29 बैंकांे के दो करोड़ 74 लाख ट्रांजेक्शन के काजगात, पांच एटीएम कार्ड, दो एटीएम किट डाक्यूमेंट, एक डीएल और एक ई-श्रम कार्ड बरामद किया गया है। फरार आरोपितों की तलाश में साइबर पुलिस छापेमारी कर रही है।
पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि पांच व्यक्ति मिलकर साइबर फ्राड का कार्य करते हैं। झारखंड के जामतारा निवासी गैंग का लीडर दाउद व जमीरुद्दीन अंसारी है। गैंग लीडर ऐसे व्यक्ति की तलाश करते है जिनको पैसों की आवश्यकता होती है, उन्हें पैसों का लालच देकर उनके आधार कार्ड में फर्जी नाम-पता व मोबाइल नम्बर फीड कराकर, उसकी मदद से बैंकों में खाते खोलवाते हैं। खाताधारकांे को प्रति खाता तीन से चार हजार रुपये दिया जाता है तथा उनके एटीएम कार्ड, चेकबुक लेकर फ्राड के रुपये का लेन-देन किया जाता है। दाउद ने फैसल के साथ मिलकर कुलदीप और मुन्नी लाल के आधार कार्ड में फर्जी मोबाइल नंबर व फर्जी पते की फीडिंग करवाकर फर्जी पते पर कई सिम कार्ड व लगभग 16 खाते खोलवाए हैं। दाउद साइबर फ्राड के रुपये जामतारा गैंग के साइबर ठगों से मंगवाता है। फैसल, अफसर व दाउद मिलकर कुलदीप व मुन्नीलाल के खातांे के एटीएम कार्ड से पैसे निकालकर अपना कमीशन का 25 प्रतिशत काटने के बाद शेष पैसा दाउद व जामतारा गैंग के साइबर ठगों द्वारा बताए गए जामतारा झारखंड के विभिन्न बैंक खाते में जमा कर देते हैं। अभियुक्तों ने जामतारा गैंग के साइबर ठगों के सहयोग से देश के विभिन्न राज्यों के आमजनमानस को काल करके आनलाइन साइबर ठगी किए हैं। अभियुक्तों के पास से बरामद ट्रांजेक्शन सूची से कुल 29 बैंक खातो से लगभग दो करोड़ 75 लाख का साइबर ठगी का लेन-देन होना पाया गया है।
रिपोर्ट-सुबास लाल