कप्तानगंज आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। स्थानीय थाना क्षेत्र के गौरा गांव निवासी युवक की हत्या मामले का पुलिस ने 24 घंटे के अन्दर खुलासा करते हुए दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर संबंधित धाराओं में जेल भेज दिया। अभियुक्तों के पास से घटना में प्रयुक्त चाकू, तीन खाली बीयर की कैन व कपड़े बरामद कर लिया।
अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण चिराग जैन ने बताया कि दो मई को सोहराज पुत्र नियाज अहमद निवासी गौरा थाना कप्तानगंज ने तहरीर देकर अवगत कराया था कि उसके बेटे फहद की किसी अज्ञात व्यक्तियों द्वारा धारदार हथियार से गले, पेट व सिर पर वार व गमछे से हाथ बांधकर हत्या कर दी गयी। पुलिस से मामले में मुकदमा दर्ज जांच शुरू कर दी। विवेचक विवेक कुमार पांडेय द्वारा की गई विवेचना में मो.हामिद उर्फ सद्दाम पुत्र मो.सलमान व आतिफ खान पुत्र मेराज निवासीगण गौरा का नाम प्रकाश में आया। पुलिस ने आतिफ को छाता का पुरा हाइवे पुल के नीचे से शुक्रवार की रात गिरफ्तार कर लिया, वहीं दूसरे अभियुक्त हामिद उर्फ सद्दाम पुत्र मो.सलमान को जेहरा पिपरी से हिरासत में ले लिया।
पूछताछ में अभियुक्त मो.हामिद उर्फ सद्दाम ने बताया कि मृतक फहद के दोस्त संगम से मेरे छोटे भाई सहवान से एक महीने पहले कहासुनी हुई थी और कई बार उसने मेरी बहन को आते जाते कमेन्ट करता था जिसको लेकर मैंने फहद को डांटा भी था। उसके बाद मैं अपनी मौसी के घर चला गया, जब मैं घर आया तो फहद ने मुझे जान से मारने की धमकी दी, जिससे मैं डर गया और उसकी हत्या करने की योजना बनाई। एक मई को जब मैं सरायमीर से अपने घर आया तो शाम को करीब चार बजे फहद मुझे नशे की हालत में मिला और मुझसे कहा कि तुम कमाकर आये हो मुझे पार्टी दो। इस बात की सूचना मैंने अपने दोस्त आतिफ खान को दी। आतिफ और फहद शाम को मोटर सायकिल से पार्टी करने के लिए कोइनहा बाजार गये और तीन बीयर की कैन खरीदी और लक्ष्मी यादव के बंद पड़े ईंट भट्ठे के पास गये जहां हम तीनों ने बीयर पी। जब फहद काफी नशे में हो गया, तब मैंने अपने लिए चाकू से फहद की गर्दन को रेत दिया, कुछ समय बाद उसकी मौत हो गयी। उसके बाद मैंने दूसरा कपड़ा पहनकर हम दोनों सुबाष पुत्र गिरजा के घर बहूभोज में जाकर खाना खाये और घर जाकर सो गये।
रिपोर्ट-विजय कुमार