आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। बिलरियागंज पुलिस ने शुक्रवार की शाम लगभग पौने छह बजे नसीरपुर स्थित एक अहाते से गोवंश का वध करने वाले तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया, तो उसी रात ढाई बजे मौके से फरार दो आरोपितों को बागवार नहर पुलिया के पास मुठभेड़ में दबोच लिया। मुठभेड़ में घायल आरोपितों में ताहिर निवासी नसीरपुर के बाएं तथा सलमान अहमद के दाहिनें पैर में गोली लगी। दोनों को उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। तीन आरोपितों के कब्जे से 32 प्रतिबंधित पशु, पांच चापड़, दो छुरी छूरी बरामद तथा मुठभेड में घायल आरोपितों के पास से दो पिस्टल, दो खोखा व दो जिंदा कारतूस बरामद हुआ।
थानाध्यक्ष विनय कुमार सिंह सहयोगियों के साथ नसीरपुर चौराहे पर मौजूद थे कि सूचना मिली कि नसीरपुर में परवेज के अहाते में प्रतिबंधित पशुओं को रखा गया है। कुछ लोग मिलकर उनके मांस की बिक्री करने की फिराक में है। इस सूचना पर पुलिस ने परवेज के अहाते की घेराबन्दी कर तौशीफ अहमद, वसिक शेख निवासी नसीरपुर तथा हाजिम खान निवासी गुलवारी गौरी को गिरफ्तार किया, जबकि कुछ लोग फरार हो गए। उसी रात थानाध्यक्ष फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु शहाबुद्दीनपुर तिराहे पर मौजूद थे। मुखबिर की सूचना पर बागवार नहर पुलिया पर चेकिंग शुरू की। कुछ देर बाद सलमान अहमद अपने साथी ताहिर के साथ मोटरसाइकिल से आता दिखा। पुलिस को देख गाड़ी मोड़कर भागने का प्रयास किया, लेकिन बाइक फिसलने से दोनों गिर गए। पुलिस के अनुसार बदमाश अपने आप को घिरता देख फायरिंग करने लगे। जवाबी कार्रवाई में ताहिर के बाएं तथा सलमान के दाएं पैर में गोली लगी। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि अहाता का संचालन परवेज करता है। कई लोगों का एक गिरोह है, जो रात्रि में आसपास के आवारा पशुआंे को पकड़कर परवेज के हाते में वध करके मांस विक्रय करते हैं।
रिपोर्ट-बबलू राय